”शक्तिमान” मामला : न्यायिक हिरासत में भेजे गए भाजपा विधायक, शरद यादव ने जोशी को बताया ”जानवर”

देहरादून : सोमवार को भाजपा के प्रदर्शन के दौरान पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ पर प्राहार करने के आरोप में गिरफ्तार भाजपा विधायक को 14 दिन की न्यासिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जदयू सांसद शरद यादव ने कहा कि भाजपा विधायक गणेश जोशी एमएलए नहीं हैं वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 1:48 PM

देहरादून : सोमवार को भाजपा के प्रदर्शन के दौरान पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ पर प्राहार करने के आरोप में गिरफ्तार भाजपा विधायक को 14 दिन की न्यासिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जदयू सांसद शरद यादव ने कहा कि भाजपा विधायक गणेश जोशी एमएलए नहीं हैं वह एक जानवर हैं. आज सुबह चार दिन पहले भाजपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड पुलिस के घोडे शक्तिमान को कथित रुप से लाठी से हमला कर गिराने के आरोपी मसूरी के भाजपा विधायक गणेश जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा विधायक जोशी को गिरफ्तार कर नेहरु कालोनी पुलिस थाने लाया गया है जहां उनसे पूछताछ की गई.

इस बीच, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पुलिस द्वारा विधायक जोशी को गिरफ्तार करने के लिये राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार विपक्ष के विधायक को एक झूठे मामले में फंसा रही है. इससे पहले, कल उत्तराखंड पुलिस ने इसी मामले में नैनीताल जिले के हल्द्वानी से भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नेता प्रमोद बोरा को गिरफ्तार किया था. बोरा पर आरोप है कि उसने शक्तिमान की लगाम इस प्रकार से खींची कि वह अनियंत्रित हो कर गिरा और उसका पूरा वजन उसके शरीर के पिछले हिस्से पर आ गया और उसकी पिछली टांग की हड्डियां टूट गयीं.

पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

उत्तराखंड पुलिस के प्रशिक्षित घोडे शक्तिमान पर कथित रुप से लाठी से हमला कर उसे घायल करने के आरोप में भाजपा विधायक गणेश जोशी और उनके सहयोगियों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इस बीच, शक्तिमान की जान बचाने के लिये चिकित्सकों ने कल देर रात ऑपरेशन कर उसकी टूटी टांग काट दी और उसकी जगह कृत्रिम पैर लगा दिया. गत चौदह मार्च को घायल होने के एक दिन बाद शक्तिमान के पैर की सर्जरी हुई थी लेकिन उसकी स्थिति बिगड जाने के कारण पैर काटने का निर्णय लिया गया. देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद दाते ने कहा कि चिकित्सकों के अनुसार, घोडे की जान बचाने के लिये उसकी टांग काटना जरुरी था. टांग काटने का ऑपरेशन करने के बाद चिकित्सकों की टीम ने उसकी जगह घोडे को एक कृत्रिम पैर लगाया जिसकी सहायता से वह खडा हो गया.

मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शक्तिमान को देखने जा चुके हैं दो बार

राज्य सरकार की कथित नाकामियों के विरोध में भाजपा सदस्यों द्वारा चौदह मार्च को विधानसभा का घेराव किए जाने के दौरान घोडे के साथ हुए हादसे को स्पष्ट करते हुए दाते ने बताया कि आगे से भाजपा विधायक गणेश जोशी के लाठी से हमला करने और दूसरी तरफ से बोरा द्वारा लगाम खींचने से घोडे का सारा भार उसके पीछे के हिस्से पर आ गया और वह गिर गया जिससे उसकी पिछली टांग की हड्डी टूट गयी. मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शक्तिमान को देखने दो बार जा चुके हैं. उन्होंने कहा था ‘‘घोडे के अभी तक तकलीफ में होने और अपने पैरों पर खडा न होने के कारण हम चिंतित हैं. लोगों को निर्णय करना होगा कि कौन गलत है.”

भाजपा का आरोप

उधर, भाजपा के प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत घोडे को सर्जरी के तुरंत बाद खडा करने का प्रयास किया गया जिससे ठीक होने के बजाय वह और घायल हो जाये. चौहान ने कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक है कि जिस घोडे की टांग में मल्टीपल फ्रैक्चर हो, उसे सर्जरी के दूसरे ही दिन खडा करने का प्रयास किया गया. हड्डी टूटने पर हुई किसी भी सर्जरी के बाद चिकित्सक चोट वाले हिस्से को आराम देने की सलाह देते हैं जबकि घोडे को खडा करने का प्रयास करके उसे और तकलीफ देने का प्रयास किया गया.”

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