सरकार ने जेएसपीएल का कोयला खदान आवंटन रद्द किया

नयी दिल्ली : सरकार ने जेएसपीएल तथा गगन स्पांज आयरन को झारखंड में आवंटित अमरकोंडा-मुर्गडंडाल कोयला खदान का आवंटन रद्द कर दिया है. खदान का विकास समय पर नहीं करने को लेकर खदान का आवंटन रद्द किया गया है. साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी समेत अन्य कंपनियों ने उन्हें आवंटित कोयला खदानों के विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2013 1:33 PM

नयी दिल्ली : सरकार ने जेएसपीएल तथा गगन स्पांज आयरन को झारखंड में आवंटित अमरकोंडा-मुर्गडंडाल कोयला खदान का आवंटन रद्द कर दिया है. खदान का विकास समय पर नहीं करने को लेकर खदान का आवंटन रद्द किया गया है. साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी समेत अन्य कंपनियों ने उन्हें आवंटित कोयला खदानों के विकास में धीमी प्रगति को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. एक सप्ताह के भीतर जिंदल स्टील एंड पावर लि. (जेएसपीएल) से जुड़ा यह इस तरह का दूसरा फैसला है.

कोयला मंत्रालय ने दोनों कंपनियों को 20 दिसंबर को लिखे पत्र में कहा है, आवंटी कंपनियों को कोयला खदान के विकास के लिये कई अवसर दिये गये लेकिन कंपनी उसका विकास करने में विफल रही.

पत्र के अनुसार, ऐसे में जेएसपीएल तथा गगन स्पांजी प्राइवेट लि. को झारखंड में आवंटित अमरकोंडा मुर्गडंडाल कोयला खदान का आवंटन रद्द करने का निर्णय किया गया है. इससे पहले, अंतर-मंत्रालयी समूह (आईएमजी) ने 24 और 25 अक्तूबर को इस खदान के आवंटन रद्द करने की सिफारिश की थी.

साथ ही मंत्रालय ने दो कंपनियों..एनटीपीसी तथा ओड़िशा बिजली उत्पादन कंपनी..से कोयला खदानों के विकास में धीमी प्रगति को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. एनटीपीसी से दुलांगा कोयला खदान तथा ओड़िसा बिजली उत्पादन निगम से मनोहरपुर और गहरे मनोहरपुर कोयला खदानों के मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है.

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह मंत्रालय ने जेएसपीएल तथा मोनेट इस्पात एंड एनर्जी लि. को मध्य प्रदेश में आवंटित कोयला खदान का आवंटन रद्द किया था. दोनों कंपनियां इसका विकास करने में विफल रही.

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