मामले को तूल पकड़ता देख बयान से पलटे फर्ग्यूसन कॉलेज के प्रिंसिपल
देशविरोधी नारों को लेकर देश का एक और कॉलेज चर्चा में आ गया है पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में कथित तौर पर देश के नारे लगे. वहां के प्रिंसिपल ने चिट्ठी लिखकर इसकी शिकायत भी की लेकिन अब वह अपनी कही बात से पलट गये हैं उन्होंने पुलिस को बताया कि देशद्रोही नारों की बात […]
देशविरोधी नारों को लेकर देश का एक और कॉलेज चर्चा में आ गया है पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में कथित तौर पर देश के नारे लगे. वहां के प्रिंसिपल ने चिट्ठी लिखकर इसकी शिकायत भी की लेकिन अब वह अपनी कही बात से पलट गये हैं उन्होंने पुलिस को बताया कि देशद्रोही नारों की बात चिट्ठी में गलती से लिख गयी. प्रिंसपल ने कहा यह सिर्फ दो छात्र संगठनों के बीच झड़प का मामला था. प्रिंसपल ने पहले चिट्ठी में देशद्रोही नारों का जिक्र किया था अब वह इस बयान से अपना हाथ खींच रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में जेएनयू के मामले पर एक चर्चा का आयोजन किया गया. इस चर्चा में वाम दलों ने भी भाग लिया. हालांकि यह एक अनौपचारिक चर्चा थी लेकिन इस चर्चा में एबीवीपी और वाम दलों के बीच जमकर बहस हुई. बहस ने धीरे – धीरे हंगामें का रूप ले लिया. इस बैठक में एबीवीपी के जएनयू ईकाई के आलोक सिंह भी मौजूद थे. हंगामा जब बहुत बढ़ गया तो पुलिस को इसकी सूचना दी गयी छात्रों के उग्र होते स्वभाव और हंगामे को पुलिस ने काबू किया. कुछ छात्रों की मानें तो चर्चा के दौरान कुछ लोगों ने नारे भी लगाये लेकिन इस पुरे मामले में किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही किसी को गिरफ्तार किया गया है.