एक और जवान को लील गया हिमस्खलन, भवन तमांग शहीद
श्रीनगर : लेह में एक बार फिर हिमस्खलन हुआ है जिसमें सेना के एक और जवान को अपनी जान गंवानी पड़ी. हिमस्खलन में फंसे जवान भवन तमांग शहीद हो गये. अभी भी एक जवान लापता है. भवन तमांग को ढुढ़ निकाला गया था लेकिन उनकी हालत बेहद गंभीर थी. लापता जवान की अभी भी खोज […]
श्रीनगर : लेह में एक बार फिर हिमस्खलन हुआ है जिसमें सेना के एक और जवान को अपनी जान गंवानी पड़ी. हिमस्खलन में फंसे जवान भवन तमांग शहीद हो गये. अभी भी एक जवान लापता है. भवन तमांग को ढुढ़ निकाला गया था लेकिन उनकी हालत बेहद गंभीर थी. लापता जवान की अभी भी खोज जारी है.
ज्ञात हो लेह के तुर्तुक में आज सुबह सेना के एक पट्रोल पार्टी भीषण हिमस्खलन में फंस गयी, जिसमें सेना के दो जवान लापता हो गये थे. एक को खोज निकाला गया और एक की तलाश की जा रही है. हिमस्खलन के मद्देनजर चेतावनी जारी कर दी गयी है. लोगों को आगाह कर दिया गया है कि ऊंची जगहों पर न जायें. सबसे अधिक खतरा जम्मु कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुला, बांदीपुर, करगिल और गांदरबल जैसे इलाकों में है.
हिमस्खलन से पहले भी भारतीय जवान शहीद हुए हैं. 17 तारीख को विजय कुमार नामक सेना के जवान लापता हो गये तीन दिनों के बाद उनका शव मिला. वो 12फीट बर्फ के नीचे दबे थे हालांकि इसमें से एक जवान को बचा लिया गया था. इससे पहले सियाचिन में 10 जवानों की जान चली गयी थी. जिसमें बर्फ में दबे लांसनायक हनुमानथप्पा को जिंदा बाहर निकाला था लेकिन कुछ दिनों के बाद मौत से जंग लड़ने के बाद शहीद हो गये. 10 जवानो को सियाचीन में खोने के बाद पूरा देश रोया था. सीमा पार से भी यह संदेश आया था कि सियाचिन में जवानों की तैनाती भारत को हटा देनी चाहिए लेकिन भारत इसके लिए राजी नहीं हुआ.