जम्मू : पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और भारतीय जनता पार्टी के निर्मल सिंह समेत कई नेताओं ने आज राज्यपाल से मुलाकात की. महबूबा कल ही राज्यपाल से मिलना चाहती थी लेकिन किसी कारण से उन्हें मुलाकात टालनी पड़ी. अब भाजपा और पीडीपी के प्रमुख नेताओं ने उनसे मुलाकात की है. अब यह साफ हो गया है कि जम्म् कश्मीर में भाजपा और पीडीपी गंठबंधन की सरकार बनना लगभग तय है. हालांकि सूत्रों के अनुसार अभी भी मंत्रीमंडल के बंटवारे को लेकर कई चीजें दोनों पार्टियों में साफ नहीं हुई है.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुएमहबूबा मुफ्ती ने कहा, जम्मू कश्मीर को एक ऐसा राज्य बनाना है कि पूरी दुनिया इसे एक मॉडल के रूप में देखे. हमारे और भाजपा के बीच जो समझौता हुआ है वह सिर्फ जम्मू कश्मीर के विकास के लिएनहीं हुआ हमने उसे देश के विकास से जोड़कर देखा है. भाजपा और पीडीपी के बीच इतना वक्त क्यों लग गये सरकार गठन के फैसले पर इस सवाल पर महबूबा ने कहा, मुफ्ती मोहम्मद सईद जी के अचानक चले जाने से दोनों पार्टियों के बीच जो भरोसाउनकी वजह से कायम हुआ ता उसे वापस कायम करने में वक्त लग गया.
इस बीच भाजपा ने कहा कि ‘बडे भाई’ और विधायकों की समान संख्या के साथ वह समान और महत्वपूर्ण विभागों की हकदार है. नौशेरा से भाजपा विधायक रवींद्र रैना ने कहा, ‘हमारे पास फिलहाल 28 विधायक हैं. हमारे पास चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी के रूप में सज्जाद लोन की पीपुल्स कांफ्रेंस है और वाकई हमारा मत है कि बडे भाई होने के नाते हमें सरकार में जरुरी संख्या, बराबर का हिस्सा दिया जाना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि पार्टी की जिस बैठक में निर्मल सिंह विधायक दल के नेता चुने गये, उसमें राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ नेताओं ने विचार विमर्श और चर्चा की क्योंकि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं तथा हमने इस पर चर्चा की कि सरकार कैसे चलायी जाए, आने वाले दिनों में हमारी प्राथमिकता क्या हो और पूरी चर्चा बडे अच्छे माहौल में हुई.’
जम्मू कश्मीर की 87 सदस्यीय विधानसभा में पीडीपी के पास 27 विधायक हैं. जब रैना से पूछा गया कि क्या भाजपा महत्वपूर्ण विभागों के लिए दबाव बनाएगी तो उन्होंने कहा, ‘जहां तक विभागों की बात है तो कोई शक नहीं है. महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे पास समान संख्या में विधायक है, हम जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में सबसे बडे दल है. वाकई, चर्चा हुई और ये सरकार गठन का हिस्सा है.’
सरकार गठन में कोई बाधा नहीं : भाजपा
रैना ने इस मतभेद को सरकार गठन की बाधा नहीं मानते हुए कहा, ‘ये ऐसी चीजें नहीं हैं जो बाधा या गतिरोध पैदा करने के लिए उठाये जाने हैं. ये महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिनके समाधान की जरुरत है.’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा जम्मू कश्मीर में सबसे बडा दल है. मैं समझता हूं कि यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है कि हमें सरकार के गठन में समान हिस्सा मिले. हमारे वरिष्ठ नेता और प्रदेश नेता पीडीपी के नेताओं के साथ संपर्क में हैं.’
उन्होंने कहा कि गठबंधन सहयोगियों के बीच और बातचीत आज होगी. जब उनसे भाजपा की समान एवं महत्वपूर्ण विभागों की मांग पर उनके गठबंधन सहयोगी की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हमारे गठबंधन सहयोगी की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है और वे हमसे बहुत अच्छे माहौल में बातचीत कर रहे हैं और उनके मन में हमारी भावनाओं के प्रति पूरा सम्मान है.’ दो महीने का गतिरोध दूर करते हुए पीडीपी और भाजपा कल जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से मिलने वाली हैं और नयी सरकार का दावा करने वाली हैं जिसकी अगुवाई पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती करेंगी. वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी.
भाजपा-पीडीपी के नेता आज मिलेंगे राज्यपाल से
पीडीपी और भाजपा सरकार के गठन का दावा करने के लिए आज संयुक्त रूप से जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से मिलेंगे. जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में नयी सरकार गठन का रास्ता साफ होने के बाद शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के महासचिव व पीएमओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रदेश के भाजपा विधायकों के साथ बैठक की. बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया. सर्वसम्मति से निर्मल सिंह को विधायक दल का नेता चुना गया और वे पीडीपी-भाजपा साझा सरकार में फिर से डिप्टी सीएम होंगे.
भाजपा महसचिव राम माधव ने मीडिया से कहा है कि दोनों पार्टियां जल्द एक तारीख तय करेंगी और राज्यपाल से मिलेंगे. निर्मल सिंह मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली पिछली पीडीपी-भाजपा सरकार में भी उप मुख्यमंत्री थे. लेकिन, सईद के निधन के बाद पिछले ढाई महीने से नयी सरकार को लेकर पीडीपी व भाजपा में गतिरोध कायम था, जो आखिरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महबूबा की मुलाकात के बाद खत्म हुआ. महबूबा मुफ्ती जम्मू में राज्यपाल एनएन वोहरा से मिल कर सरकार गठन का दावा करेंगी.