नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विट कर कहा कि यमन से अगवा भारतीय पादरी फादर टॉम उजहन्नालिल की रिहाई के लिए भारत अपने स्तर से हर प्रयास कर रहा है. चार मार्च को आईएस द्वारा किये गये हमले में टॉम उजहन्नालिल को यमन में एक शरणार्थी कैंप से अगवा कर लिया गया था.
Fr Tom Uzhunnallil – an Indian national from Kerala was abducted by a terror group in Yemen. We r making all efforts to secure his release.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) March 26, 2016
एक समाचार पत्र ने खुलासा किया है कि अदन में हुए इस हादसे में चार नन सहित 16 लोगों की हत्या कर दी गई थी. उसी दौरान टॉम का अपहरण कर लिया गया था. सिसेन की फ्रैंस सिस्टर्स ने रविवार को अपनी फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है कि फादर उजहन्नाललि को बहुत ही प्रताडि़त किया गया, तरह-तरह की यातनाएं दी गई, यहां तक कि हम सबको भी नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया.
शुक्रवार को ब्रिटेन की एक अखबार डेली मेल में खबर छपी थी कि गुड फ्राइडे के दिन आईएसआईएस फादर टॉम को सूली पर लटका सकता है. लेकिन शुक्रवार को ऐसी कोई भी खबर नहीं आयी जिसमें टॉम की हत्या की पुष्टि हो सके. ऐसे में अगवा पादरी की रिहाई के लिए सरकार ने हर संभव प्रयास का वादा किया है.
डेली मेल के अनुसार कुछ दिनों पूर्व अगवा किये गये भारतीय पादरी (चर्च में पुजारी) फादर टॉम उजहन्नालिल को खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस शुक्रवार को गुड फ्राइडे के दिन सूली पर लटका सकता है. अखबार से धार्मिक संगठनों के बातचीत के आधार पर यह आशंका जतायी है. सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट वायरल हो रहा था. इसके अनुसार आशंका जताई जा रही थी कि आतंकी संगठन आईएस भारतीय पादरी को फांसी दे सकता है. आईएस ने कुछ दिनों पहले ही एक यमन के शरणार्थी कैंप से उनका अपहरण कर लिया था.