उत्तराखंड में घमसान : बागी विधायकों के वकील स्पीकर से मिलने पहुंचे, आज हो सकती है कार्रवाई
उत्तराखंड का सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. शनिवार को दिन में जहां कांग्रेस के बागियों ने स्टिंग ऑपरेशन की सीडी जारी कर सीएम पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. रविवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला हो सकता है.हालांकि उत्तराखंड के एक मंत्री इंदिरा हृदयेश ने एएनआई से कहा कि किसी भी […]
उत्तराखंड का सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. शनिवार को दिन में जहां कांग्रेस के बागियों ने स्टिंग ऑपरेशन की सीडी जारी कर सीएम पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. रविवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला हो सकता है.हालांकि उत्तराखंड के एक मंत्री इंदिरा हृदयेश ने एएनआई से कहा कि किसी भी विधायक को सस्पेंड नहीं किया गया है. स्पीकर ने आगे की सुनवाई के लिए रविवार सुबह 9 बजे का समय दिया है.बागी विधायकों के वकील स्पीकर से मिलने विधानसभा पहुंच गये हैं. वकीलों का पक्ष सुनने के बाद स्पीकर विधायकों की सदस्यता पर फैसला लेंगे.
Dehradun: Lawyers of 9 rebel MLAs reach #Uttarakhand Assembly to meet the Speaker pic.twitter.com/MYTXnSg38l
— ANI (@ANI) March 27, 2016
The 9 rebel MLAs not suspended yet, it is a rumour- #Uttarakhand minister Indira Hridayash
— ANI (@ANI) March 26, 2016
Speaker ne subah 9 baje ka time diya hai baghi MLAs ke vakilon ko aage ki sunwai ke liye : Minister Indira Hridayash to ANI
— ANI (@ANI) March 26, 2016
शनिवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घर जाकर स्पीकर से मुलाकात की थी. स्पीकर ने सभी नौ बागी विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए रविवार सुबह नौ बजे तक का समय दिया था. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में मचे घमसान के बीच केंद्रीय कैबिनेट की आपात बैठक बुलायी. बैठक में उत्तराखंड के मामले की चर्चा की गयी. हालांकि कोई फैसला नहीं लिया जा सका़ बताया जाता है कि रविवार को एक बार फिर कैबिनेट की बैठक होगी, जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
रावत ने समर्थन के बदले की रिश्वत की पेशकश !
देहरादून/नयी दिल्ली : उत्तराखंड में कांग्रेस विधायकों के बागी होने से शुरू हुई राजनीति अब एक स्टिंग ऑपरेशन पर आकर अटक गयी है. शनिवार को कांग्रेस के बागी नौ विधायकों ने दिल्ली के एक क्लब में प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन की सीडी जारी की, जिसमें रावत को अपनी सरकार बचाने के लिए पैसों के लेन-देन की बातचीत करते हुए दिखाया गया है. इस वीडियो में कथित तौर पर रावत पांच करोड़ रुपये खुद से व 10 करोड़ किसी से दिलाने की बात कह रहे हैं. दावा है कि यह स्टिंग 23 मार्च का है. खरीद-फरोख्त से कांग्रेस का इनकार, भाजपा ने की रावत को हटाने की मांग
रावत बोले, सबको पता है सच क्या है
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि समाचार चैनलों पर जो स्टिंग सीडी दिखायी जा रही है वह फर्जी है. एक निजी समाचार चैनल से जुड़ा, जो व्यक्ति इसके पीछे है, उसकी सचाई किसी से भी छिपी नहीं है. उसका इतिहास खंगाला जाना चाहिए. सीडी अगर कुछ दिखाता है, तो यह िक बागी धन के लिए भाजपा से जुड़े हैं.
साजिशों और धमकियों से नहीं डरेंगे
कांग्रेस के प्रधान प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि इस तरह की चालबाजियों, साजिशों और धमकियों से पार्टी को दबाया नहीं जा सकता. आज भी उत्तराखंड सरकार को बहुमत हासिल है. हम संवैधानिक निर्देशों का पालन करेंगे और सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इस फर्जी सीडी के पीछे कांग्रेस के बागी और भाजपा शामिल है.क्योंकि उन्हें सोमवार को विश्वासमत से पहले अदालत या राज्यपाल से कोई राहत नहीं मिली.
राज्यपाल व विस अध्यक्ष पर सवाल
पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने स्थिति से निपटने में राज्यपाल केके पॉल और विधानसभाध्यक्ष कुंजवाल के कदमों को लेकर सवाल उठाये हैं. रावत के पास बहुमत नहीं है, लेकिन राज्यपाल ने अपने पद का दुरुपयोग किया और अल्मत सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया. हम राज्यपाल को हटाने की मांग करेंगे.
वहीं विस अध्यक्ष की ओर से विद्रोही विधायकों को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए सिर्फ सात दिनों का समय देने पर सवाल किया.