नयी दिल्ली : दिल्ली के विकासपुरी इलाके में होली के दौरान डॉक्टर पंकज नारंग की कुछ लड़कों द्वारा पीट-पीट कर की गयी हत्या मामले में पश्चिमी दिल्ली की एडिशनल डीसीपी मोनिका भारद्वाज के ट्वीट पर विवाद गहरा गया है. दिल्ली पुलिस के बड़े अफसरों ने उनके उस ट्वीट पर नाराजगी जतायी है, जिसमें उन्हाेंने कहा था कि डॉक्टर पर हमला करने वाले नौ लड़कों में पांच हिंदू व चार मुसलिम युवक हैं और ये मुसलिम युवक उत्तरप्रदेश के हैं.
ध्यान रहे कि डॉ पंकज नारंग की हत्या तब कर दी गयी थी, जब वे पिछले सप्ताह टी 20 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश पर भारत के विजय से उत्साहित होकर अपने बेटे और भांजे के साथ अपने घर के अहाते में क्रिकेट खेल रहे थे और जब गेंद सड़क पर गयी तो उसे लाने के दौरान उनकी तेज गति से बाइक चला रहे दो लड़कों से कहासुनी हो गयी थी. इसके बाद वे दोनों लड़कों कुछ समयबाद कई लड़कों को अपने साथ लेकर आये और घर से खींच कर पीट-पीट कर डॉक्टर की हत्या कर दी.
इस हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गयी और कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने लगे.
ऐसे में 25 तारीख कोएडिशन डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने अपने ट्विटर एकाउंट पर इनका खंडन करते हुए लिखा,विकासपुरीके डॉक्टर मर्डर मामले में गिरफ्तार किये गये नौ लोगों में चार नाबालिग हैं. इस घटना का कोई धार्मिक एंगल नहीं है और कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलाया जा रहा है. हमलोग सबों से शांति की अपील करते हैं.
4 juveniles among 9 arrested for murder of vikaspuri doctor. No religious angle at all, as rumoured by some. We appeal u to maintain peace.
— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) March 25, 2016
वहीं, उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि नौ लड़कों में पांच हिंदू और चार मुसलिम हैं वे यूपी के रहने वाले हैं न कि बांग्लादेश के. डॉक्टर के साथ जिन दो लड़कों की पहली झड़प हुई थी, उसमें भी एक हिंदू था.
Out of 9 accused person 5 r Hindu.At the moment of first scuffle, out of 2, 1 was Hindu.The Muslim accused r residents of UP ,not Bangladesh
Out of 9 accused person 5 r Hindu.At the moment of first scuffle, out of 2, 1 was Hindu.The Muslim accused r residents of UP ,not Bangladesh
— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) March 25, 2016
सूत्रों का कहना है कि उनकी इसी हिंदू-मुसलिम टिप्पणी से उनका महकमा नाराज है. मोनिका ने जब यह ट्वीट किया था, तब वे छुट्टी पर थीं. उनकी हिंदू-मुसलिम टिप्पणी व आरोपियों का धर्म बताये जाने से दिल्ली पुलिस नाराज है. हालांकि मोनिका के स्टैंड का आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने समर्थन किया और भाजपा की निंदा की.
2009 बैच की आइपीएस अधिकारीमोनिका भारद्वाज हरियाणा के रोहतक जिले के सांबला गांव की रहने वाली हैं. यूपीएससी में 142वां रैंक लाने वाली मोनिका पहले भी चर्चा में रही हैं. एक बार ड्यूटी पर तैनाती के दौरान खुद के साथ हुए दुर्व्यवहार पर उन्होंने एफआइआर तक करायी थी. उनके पिता भी पुलिस सेवा में थे और बहन भी पुलिस सेवा में हैं.