पठानकोट : पाकिस्तान की ज्वाइंट इनवेस्टीगेशन टीम आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पठानकोट पहुंच गयी है. पांच सदस्यों वाली इस टीम को टेक्निकल एरिया व बेहद गोपनीय स्थलों पर जाने की अनुमति नहीं दी गयी है. इन्हें उस जगह ले जाया जा रहा है, जहां से पाकिस्तानी आतंकी एयरबेस में घुसे थे. ध्यान रहे कि इस साल दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया था.
यह टीम बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सड़क मार्ग सेअमृतसरसे पठानकोट पहुंची है. इस टीम में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ का भी एक सदस्य तनवीर अहमद शामिल हैं. इस कारण कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा इन्हें आने की अनुमति देने का तीखा विरोध किया जा रहा है.सड़क पर प्रदर्शनकर रहे लोगों ने मोदी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री माेदी के घर आइएसआइ के लिए बिरयानी बन रहा है. झड़प की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किये गये हैं.
कांग्रेस व आम आदमी पार्टी का सीधा सवाल है कि आखिर किस परिस्थिति में मोदी सरकार ने आइएसआइ सदस्य को अपने देश आने की अनुमति दे दी है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह तो आइएसआइ सदस्य के भारत आने के खिलाफ विरोध जताने के लिए पठानकोट पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा है कि यह भारतीय सेना की शहादत का अपमान है.
Security tightened outside #Pathankot airbase ahead of Pakistan JIT's visit to Pathankot. pic.twitter.com/jQGyZo931Y
— ANI (@ANI) March 29, 2016
आइएसआइ का विरोध क्यों?
आइएसआइ पाकिस्तान की खौफनाक खुफिया एजेंसी है, जो अपने देश के लिए खुफिया जानकारी जुटाने के साथ पाकिस्तानी सेना व आतंकी संगठनों के साथ एक त्रिगुट का निर्माण कर हमेशा भारत में अशांति फैलाने में सक्रिय रहा है.
कौन-कौन है पाकिस्तान की टीम में?
पांच सदस्यों वाला पाकिस्तानी दल में एक आइएसआइ सदस्य भी शामिल है. इसका नेतृत्व पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक :आतंकवाद रोधी विभाग: मुहम्मद ताहिर रायकररहे हैं. उनकेनेतृत्व में टीम आज अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरा औरकड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से पठानकोट के लिए रवाना हुई. इसमें लाहौर में इंटेलिजेंस ब्यूरो के उप महानिदेशक मोहम्मद अजीम अरशद, मिलिटरी इंटेलिजेंस के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा और गुजरांवाला सीटीडी जांच अधिकारी शाहिद तनवीर भी शामिल हैं. साथ ही आइएसआइ सदस्य तनवीर अहमद भी शामिल हैं.
ढांगू गांव में है पठानकोट एयरबेस
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जिला पुलिस को इस दौरे के बारे में बता दिया गया है और उस हिसाब से तैनाती कर दी गयी है.’ ढांगू गांव के अंदर और आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पठानकोट वायुसेना स्टेशन यहीं स्थित है. इस बीच, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं के इस दौरे के खिलाफ एयरबेस के पास विरोध प्रदर्शन किया. सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तानी दल को एयरबेस में ‘सीमित’ प्रवेश ही दिया जाएगा और एनआइए इस दल को उन चुनिंदा जगहों पर ही लेकर जाएगी, जहां 80 घंटे तक गोलीबारी चली थी.
रक्षामंत्री का क्या है स्टैंड?
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर स्पष्ट कर चुके हैं कि पाकिस्तानी जांच टीम को सामरिक दृष्टिकोण से अति गोपनीय स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी जायेगी. उन्हें टेक्निकल एरिया भी नहीं जाने दिया जायेगा.