जेएनयू में दाखिले के लिए आवेदनों की संख्या में आयी कमी
नयी दिल्ली: जेएनयू के कुछ छात्रों पर देशद्रोह का आरोप लगने के बीच विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों की करीब 2700 सीटों पर अगले शैक्षणिक सत्र में दाखिले के लिए इस बार करीब 76000 आवदेन मिले हैं जो पिछले साल की तुलना में तीन हजार कम हैं. पिछले साल करीब 79000 आवदेन मिले थे जबकि 2014 […]
नयी दिल्ली: जेएनयू के कुछ छात्रों पर देशद्रोह का आरोप लगने के बीच विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों की करीब 2700 सीटों पर अगले शैक्षणिक सत्र में दाखिले के लिए इस बार करीब 76000 आवदेन मिले हैं जो पिछले साल की तुलना में तीन हजार कम हैं.
पिछले साल करीब 79000 आवदेन मिले थे जबकि 2014 में 72000 छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किया था. संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विवाद के साथ ही विश्वभर में लोगों के बीच यह आशंका जतायी गयी कि इस घटनाक्रम को लेकर क्या संस्थान की छवि प्रभावित होगी। उसी कार्यक्रम में कथित तौर पर देशविरोधी नारे लगाए गए थे.
नामांकन निदेशक भूपिन्दर जुत्शी नेकहा, ‘‘ प्राप्त किए गए आवेदनों की संख्या सीटों की संख्या का 28 गुना है. यह दर्शाता है कि विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वालों के बीच कितनी प्रतिस्पर्धा है.” यह पूछे जाने पर कि आवेदनों की संख्या में कमी आने का संबंध क्या हालिया विवाद से है, अधिकारी ने कहा कि हाल के वर्षों में तीन से चार हजार आवेदनों का उतार चढाव होता रहा है. किसी साल की प्रकृति को किसी खास कारण से नहीं जोड़ा जा सकता.
विश्वविद्यालय के नामांकन विभाग के अनुसार विभिन्न पाठ्यक्रमों के तहत 2700 सीटों के लिए 76,091 आवेदन मिले हैं. आवेदन की अवधि पिछले हफ्ते खत्म हुयी है और प्रवेश परीक्षाएं अगले महीने आयोजित होंगी. उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि ये आंकडे सिर्फ संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए मिले आवेदनों के है. आवेदन के लिए दो अन्य श्रेणियां भी हैं.