तेजपुर : असम विधानसभा चुनाव में तेजपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए घुसपैठ और बतौर पर्यटन क्षेत्र कस्बे का विकास, ऐसे दो अहम मुद्दे हैं जो क्षेत्र के मतदाताओं के मन को उद्वेलित कर रहे हैं. असम की सांस्कृतिक स्थली के तौर पर मशहूर शहर में पहले चरण के मतदान के तहत चार अप्रैल को मतदान होना है और यहां के नामचीन नागरिकों का मानना है कि ना तो राज्य और ना ही केंद्र सरकार ने राज्य की समस्याओं को सुलझाने में सकारात्मक भूमिका निभाई है.
तेजपुर विश्वविद्यालय में समावेशी विकास केंद्र के निदेशक और असम के जाने माने फिल्म अभिनेता राजीव के डोली ने कहा, ‘‘तेजपुर की मुख्य समस्या पिछले 10 साल में बडी तादाद में शहर के आसपास घुसपैठियों की मौजूदगी है और राज्य इसमें कुछ नहीं कर रहा है, वहीं केंद्र भी इस समस्या पर पूरा ध्यान नहीं दे रहा और असम के साथ सौतेला बर्ताव किया जा रहा है.” तेजपुर में बांग्ला भाषी मुस्लिम आबादी की बढती संख्या पर उन्होंने कांग्रेस और भाजपा की सहयोगी अगप :असम गण परिषद: दोनों पर आरोप मढा.
2011 में हुए विधानसभा चुनाव में तेजपुर सीट पर कांग्रेस के राजेन बोरठाकुर जबकि 2006 में बृंदाबन गोस्वामी विजयी रहे थे. राजेन को बाद में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। क्षेत्रीय राजनीति के दिग्गज और तेजपुर में मजबूत जनाधार रखने वाले गोस्वामी के खिलाफ इस बार कांग्रेस ने इस सीट से युवा प्रत्याशी हिरण्य भुइंया को उतारा है. तेजपुर साहित्य सभा के अध्यक्ष हेमंत बरुआ ने कहा कि तेजपुर में कनिष्ठ और वरिष्ठ के बीच लडाई होगी और गोस्वामी की लोकप्रियता को देखते हुए उनके जीतने की संभावना अधिक है.