मुंबई : बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पनामा दस्तावेज लीक में अपना नाम कथित तौर पर दो कर पनाहगाहों में अपतटीय इकाइयों से संबंधित होने के तौर पर आने के बाद आज उन कंपनियों से कोई संबंध होने से इनकार किया और कहा कि हो सकता है कि उनके नाम का ‘‘दुरुपयोग’ किया गया हो.
अमिताभ बच्चन ने दावा किया कि यहां तक कि खबर में भी उनकी ओर से कोई गलत काम करने की बात नहीं की गई है. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने कल एक खबर प्रकाशित की थी जो कि पनामा स्थित विधि कंपनी मोसैक फोनसेका के लीक दस्तावेजों पर आधारित थी जिसकी पहुंच उन 500 भारतीय नागरिकों एवं कंपनियों तक है जिन्हें अपटीय कर पनाहगाहों में रखा गया है.
खबर के बारे में उल्लेख करते हुए 73 वर्षीय बच्चन ने कहा, ‘‘इंडियन एक्सप्रेस ने जिन कंपनियों का उल्लेख किया है उनमें से मैं किसी को भी नहीं जानता…सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड, लेडी शिपिंग लिमिटेड, टे्रजर शिपिंग लिमिटेड और ट्रैंप शिपिंग लिमिटेड. उपरोक्त उल्लेखित कंपनियों में से किसी का भी मैं कभी निदेशक नहीं रहा हूं. ऐसा संभव है कि मेरे नाम का दुरुपयोग किया गया है.’
अमिताभ बच्चन की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘मैंने अपने सभी करों का भुगतान किया है जिसमें विदेशों में खर्च की गई धनराशि पर कर भी शामिल है. मैंने विदेश में जो राशि भेजी है वह कानून के अनुरुप है, इसमें वह राशि भी शामिल है जो भारतीय करों का भुगतान करने के बाद धन बाहर भेजने की उदार योजना (एलआरएस) के तहत भेजी गई.
किसी भी मामले में इंडियन एक्सप्रेस की खबर मेरी ओर से कोई अवैधता की बात नहीं करती.’ लीक दस्तावेजों में उनकी पुत्रवधु ऐश्वर्या राय, उनके अभिभावकों एवं भाई के नामों का भी उल्लेख ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में एक कंपनी के निदेशकों के तौर पर आया है.
समाचार पत्र ने ऐश्वर्या की मीडिया सलाहकार अर्चना सदानंद को उद्धृत किया जिन्होंने इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम आफ इंवेस्टीगेटिंग जर्नलिस्ट्स के बारे में सवाल उठाया और कहा कि समाचारपत्र के पास जो भी सूचना है वह पूरी तरह से असत्य एवं झूठी है.
गौरतलब हो कि अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के रिचर्स के अनुसार इस लिस्ट में 500 भारतीयों और कंपनियों के नाम हैं. इन पांच सौ भारतीयों में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री और उनकी पुत्रवधू ऐश्वर्या राय डीएलएफ के मालिक केपी सिंह, इकबाल मिर्ची और इंडिया बुल्स के समीर गहलोत का नाम भी इस लिस्ट में है. इंडियन एक्सप्रेस का दावा है कि अमिताभ बच्चन को चार कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था. इनमें से तीन बहामास में थीं जबकि एक वर्जिन आइलैंड थी.
इस सूची में ऐश्वर्या राय बच्चन का भी नाम है. ऐश्वर्या को पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया. बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर कर दिया गया. जिन लोगों के नाम दस्तावेजों की इस भारी लीक में सामने आए हैं, उनपर इसका गंभीर राजनीतिक असर पड़ सकता है. आईसीआईजे की जांच में जिन लोगों के बारे में मुख्य दावे किए गए हैं, उनमें पुतिन के करीबी सहयोगी शामिल हैं. इन्होंने ‘‘बैंकों और छद्म कंपनियों के जरिए दो अरब डॉलर का गुप्त घालमेल किया.’ हालांकि इन नामों में पुतिन का नाम इसमें शामिल नहीं है.
कालाधन छिपाने का खिलवाड़ महंगा पड़ेगा : जेटली
कई भारतीयों द्वारा विदेशों में कालाधन छुपाने की ताजा खबरों के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जिन लोगों ने विदेशों में अपनी अघोषित आय व संपत्तियों का हिसाब देने के लिए सरकार द्वारा पिछले साल उपलब्ध कराए गए अवसर का लाभ नहीं उठाया उन्हें ‘उनका यह खिलवाड़ बहुत महंगा पड़ेगा. ‘ उन्होंने कहा कि विदेशों में कालाधन छुपाने वालों के खिलाफ वैश्विक पहल के तहत की जा रही बहुपक्षीय व्यवस्था 2017 तक प्रभावी हो जाएगी और उसके बाद लोगों के लिए अपनी गैर कानूनी संपत्ति बाहर छुपाना बहुत मुश्किल होगा.