नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने भारत माता की जय कहने से इनकार करने वालों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और योग गुरू रामदेव की ओर से की गई टिप्पणियों से मंगलवार को असहमति जताई है. उन्होंने दोनों नेताओं की टिप्पणी पर कहा कि ये ऐसे विचार हैं जिसे सरकार की ओर से किसी आदेश द्वारा अधिकृत नहीं किया गया है. नायडू ने कहा कि संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 25 अप्रैल से शुरू होकर 13 मई तक चलेगा और सरकार को उम्मीद है कि इस दौरान जीएसटी विधेयक सहित प्रमुख विधेयकों को पारित करने में विपक्षी दलों का समर्थन मिलेगा.
आपको बता दें कि इन दिनों भारत माता की जय नारे को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है जिसको लेकर नेताओं के बयान ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर संसद के बजट सत्र के दूसरा हिस्से में हंगामा कर सकती है. संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने भारतीय महिला प्रेस कोर (आईडब्ल्यूपीसी) में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘संसद के सत्र का अगला हिस्सा 25 अप्रैल को शुरू हो रहा है. इसके पहले ऐसी अटकलें थीं कि हम बजट सत्र के दूसरे हिस्से को हटा रहे हैं और कुछ लोगों ने बिना जाने हमारी आलोचना भी शुरू कर दी.”
महत्वपूर्ण माने जाने वाले जीएसटी विधेयक के राज्य सभा में अटके होने पर नायडू ने स्वीकार किया कि भाजपा को सदन में बहुमत नहीं है लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि कर सुधार से जुडे विधेयक के पारित होने में कांगे्रस सहित विपक्ष से समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी समय की मांग है. विशेषज्ञों का कहना है कि जीएसटी विधेयक के पारित होने के बाद जीडीपी में डेढ से दो प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है. मुझे भरोसा है, मैं उस दिशा में बढ रहा हूं और मेरी वित्त मंत्री से भी बातचीत हुयी है.
नायडू ने कहा कि विपक्ष द्वारा उठाए गए लगभग सभी मुद्दों पर गौर किया जा रहा है और अगर कुछ बाकी रह जाता है, हम उन पर गौर करेंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में, मैंने कांग्रेस उपाध्यक्ष (राहुल गांधी) को कहीं बोलते हुए सुना कि सभी मुद्दों का हल हो गया है सिर्फ कराधान की संवैधानिक सीमा का मुद्दा छोडकर। निश्चित रुप से कुछ प्रगति हुयी है.” उन्होंने कहा ‘‘हम कांग्रेस सहित सभी दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं. हम इस मुद्दे के हल का प्रयास करेंगे.”