सीएम केजरीवाल ने लाल बत्ती के उपयोग पर लगायी रोक

गैर परंपरागत राजनीति के प्रतीक आम मुख्यमंत्री केजरीवाल नयी दिल्ली :वीआईपी संस्कृति खत्म करने का अपना वादा पूरा करते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने आज निर्णय किया कि उसके मंत्री और अधिकारी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की पहली बैठक में यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2013 11:26 AM

गैर परंपरागत राजनीति के प्रतीक आम मुख्यमंत्री केजरीवाल

नयी दिल्ली :वीआईपी संस्कृति खत्म करने का अपना वादा पूरा करते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने आज निर्णय किया कि उसके मंत्री और अधिकारी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की पहली बैठक में यह फैसला किया गया.

बैठक के बाद दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार के कोई मंत्री या अधिकारी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे. ’’मंत्रिमंडल ने यह भी निर्णय किया कि किसी भी अधिकारी को कोई निजी सुरक्षा अधिकारी या सुरक्षा वाहन मुहैया नहीं कराया जाएगा.

अधिकारी ने कहा, ‘‘खतरे की आशंका के आधार पर सुरक्षा दी जायेगी.’’अपने घोषणापत्र में आप ने दिल्ली में वीआईपी संस्कृति समाप्त करने का वादा किया था.

मुख्यमंत्री ने बाद में कहा कि नौकरशाहों को परेशान नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘मैंन उनसे ईमानदारी से काम करने को कहा है. ’’पिछले शासन के करीब रहे कुछ नौकरशाहों में आशंका थी कि नया शासन उन्हें निशाना बना सकता है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में कैबिनेट की पहली बैठक में किये गये निर्णय के अनुसार दिल्ली सरकार में कोई मंत्री और अधिकारी लाल बत्ती का उपयोग नहीं करेगा.दिल्ली की राजनीति में नये युग का सूत्रपात करने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज राज्य के मुख्यमंत्री पद के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली और जनता को भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का भरोसा दिलाया. उन्होंने सत्ता में अहंकार नहीं आने देने का भी विश्वास जताया.

राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी 45 वर्षीय केजरीवाल ने अन्ना हजारे के जन- लोकपाल आंदोलन से अलग होकर करीब एक साल पहले नयी पार्टी का गठन किया था और हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनावों में 70 सीटों में से 28 सीटें जीतकर आश्चर्यजनक सफलता हासिल की.

केजरीवाल ने छह नये मंत्रियों के साथ ऐतिहासिक रामलीला मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ ली जो करीब ढाई साल पहले जन लोकपाल विधेयक के लिए चलाये गये अन्ना हजारे के अभूतपूर्व आंदोलन का साक्षी बना था.

केजरीवाल के साथ मनीष सिसौदिया, सोमनाथ भारती, सत्येंद्र जैन, राखी बिड़ला, गिरीश सोनी और सौरभ भारद्वाज को भी उपराज्यपाल नजीब जंग ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

अपने चिर परिचित अंदाज में शर्ट-पेंट के ऊपर नीला स्वेटर पहने केजरीवाल ने नेताओं की कुर्ता-पजामा वाली परंपरागत छवि को तोड़ा.समारोह में अन्ना हजारे और किरण बेदी को भी आमंत्रित किया गया था. हालांकि वे समारोह में नहीं आये.

समारोह में उपस्थित नेताओं में भाजपा नेता हर्षवर्धन प्रमुख थे जो नयी विधानसभा में विपक्ष के नेता होंगे. जिनकी केजरीवाल ने अच्छा व्यक्ति बताते हुए तारीफ भी की. अन्य पार्टियों के विधायकों में जदयू विधायक शोएब इकबाल भी समारोह में दिखाई दिये. ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर केजरीवाल ने अपने मंत्रियों, विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी कि वे सत्ता के अंहकार में नहीं आएं.

उन्होंने कहा, आप पार्टी दूसरों का घमंड तोड़ने के लिए बनी है. कहीं ऐसा न हो कि हमारा घमंड तोड़ने के लिए किसी अन्य दल को पैदा होना पड़े.दिल्ली विधानसभा में अगले सप्ताह होने वाले विश्वास मत प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि उनकी पार्टी को विश्वास मत गिरने या पारित होने की कोई परवाह नहीं है.

हम यहां सत्ता हथियाने नहीं आये हैं. उन्होंने कहा, विश्वास मत प्रस्ताव में हम सफल होते हैं या असफल अगर प्रस्ताव गिरता है तो हम फिर चुनाव के मैदान में उतरेंगे और जनता हमें भारी बहुमत के साथ जितायेगी. केजरीवाल ने देश के बड़े राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश की राजनीति से सबकुछ बर्बाद कर दिया था. जनता निराश हो चुकी थी लेकिन इस चुनाव ने दिखा दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा भी जा सकता है और जीता भी जा सकता है.

उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन को याद करते हुए कहा कि ढाई साल पहले अन्ना ने जन लोकपाल के लिए 13 दिन तक अनशन किया था और दो साल तक अनशन, धरने, प्रदर्शन चलते रहे. लेकिन बाद में लगा कि राजनीति बदले बिना यह संभव नहीं है.

आप नेता ने कहा, अन्ना कहते थे कि राजनीति कीचड़ है इसमें घुसकर खुद को गंदा नहीं करना चाहिए. मैं उनसे कहता था कि कीचड़ में घुसकर ही हमें उसे साफ करना होगा. नये मुख्यमंत्री ने दिल्ली में आप की सरकार के सामने आगे की चुनौतियां स्वीकार करते हुए कहा कि यह लड़ाई दिल्ली की डेढ़ करोड़ जनता की मदद से ही लड़ी जा सकती है.

दिल्लीवासियों के नये मुख्यमंत्री ने कहा, हमें इस बात का गुमान नहीं है कि हम सारी समस्याओं का समाधान रातोंरात कर देंगे. हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है कि आज सरकार बनी और आज ही सब समस्याएं हल हो जाएंगी. हमें मिलकर दिल्ली को चलाना पड़ेगा. आप नेता ने कहा कि भ्रष्ट ताकतें हमारे सामने अड़चनें लाएंगी. हमें इस तरह की खबरें भी मिल रहीं हैं. लेकिन सच्चाई का रास्ता कांटो भरा होता है.

उन्होंने कहा, फल तो हमारे हाथ में नहीं है लेकिन हे प्रभु हमें इतनी सद्बुद्धि, इतना साहस देना कि सच्चाई के रास्ते पर चलतेरहे. केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार रहे डॉ हर्षवर्द्धन अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन मैं उनकी पार्टी के बारे में यह नहीं कह सकता.

नये मुख्यमंत्री ने इन दोनों दलों समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से अनुरोध किया कि यदि उनकी अंतरात्मा उन्हें ईमानदारी के साथ देश सेवा करने के लिए कहती है तो वे अपनी पार्टियों को भूलकर आ जाएं और मिलकर काम करें.

उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से देश में कुछ अद्भुत हो रहा है और उम्मीद जताई कि अगले पांच साल में देश फिर से सोने की चिडि़या कहलाएगा.

केजरीवाल ने दिल्ली में सरकारी स्कूलों और सरकारी अस्पतालों की समस्याओं, जल, बिजली और सड़कों की बुरी हालत के पीछे अब तक की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि हम इस राजनीति को मिलकर साफ करेंगे.

रामदेव ने कहा केजरीवाल की सरकार अल्‍पायु

शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहाहमारे पास सभी समस्याओं का समाधान नहीं है. हमारे पास समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए जादुई छड़ी नहीं है. उन्‍होंने कहा लड़ाई बहुत लंबी है और हमें राजधानी तथा देश में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लोगों के समर्थन की जरुरत है. उनहेंने कहा, देश में मुख्य समस्याएं गंदी राजनीति की वजह से पैदा होती हैं और हमें इसे साफ करना है.

केजरीवाल ने कहा, अन्ना हजारे राजनीति में प्रवेश करने के खिलाफ थे. हमने उन्हें बताया कि हमें इसे साफ करने के लिए प्रवेश करना होगा. उन्‍होंने अपने विधायकों और कार्यकर्ताओं से कहा कि घमंड मत करना. उन्‍होंने कहा, हमें विश्वास मत हासिल होने या न होने की चिंता नहीं है.

उन्‍होंने कहा, सभी रिश्वत लेने वालों को रंगे हाथों पकड़ेंगे. उन्‍होंने रिश्वत न लेने-देने की कसम खायी. अफसरशाही पर उन्‍होंने कहा कि सभी अफसर बेइमान नहीं होते हैं. केजरीवाल ने दिल्‍ली भाजपा के अध्‍यक्ष हर्षवर्धन की प्रशंसा करते हुए कहा कि डॉ हर्षवर्धन की पार्टी की बात तो मैं नहीं जानता लेकिन वे बहुत अच्‍छे आदमी हैं. उन्‍होंने ‘इंसान का इनसान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा’ का नारा दिया.

केजरीवाल ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजघाट पहुंचे और पुष्‍प अर्पित किया. दिल्‍ली के सीएम बनने के बाद केजरीवाल ने कहा कि यह जीत जनता की है मेरी नहीं है. उन्‍होंने कहा कि जनता के साथ जो भी वादा किया है उसे जल्‍द अमल में लाया जाएगा.अन्‍ना हजारे ने केजरीवाल को मुख्‍यमंत्री बनने पर शुभकामना दी है. उन्‍होंने कहा केजरीवाल पर भरोसा है वे अच्‍छा काम करेंगे.

सीएम केजरीवाल ने लाल बत्ती के उपयोग पर लगायी रोक 2

दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) को अप्रत्याशित जीत दिलानेवाले अरविंद केजरीवाल शनिवार को रामलीला मैदान में सातवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथली. उनके साथ छह अन्य आप विधायक भी मंत्री पद की शपथली.

अरविंद केजरीवाल व सभी विधायक मेट्रो ट्रेन से रामलीला मैदान समारोह स्थल पर पहुंचे.वहीं शपथ ग्रहण से एक दिन पूर्व दिल्ली में सीएनजी के दाम बढ़ाये जाने पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि आखिर ऐसी भी क्या जल्दबाजी थी. पद संभालने के बाद इन बढ़ी हुई कीमतों को वापस ले सकते हैं या नहीं, इस पर विचार-विमर्श करेंगे. शहर में ऑटोरिक्शा चालकों ने सीएनजी के दाम बढ़ने के मद्देनजर किराया बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल करने की धमकी दी है. केजरीवाल ने उनसे हड़ताल नहीं करने की अपील की है.

ऑटो भाड़े पर होगा पुनर्विचार : केजरीवाल ने कहा कि सीएनजी के दाम बढ़ाये जाने के मद्देनजर ऑटो रिक्शा भाड़े पर पुनर्विचार किया जा सकता है. दिल्ली में सीएनजी के दाम 4.50 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाये गये हैं. सरकार बढ़ी हुई कीमतों का बोझ कम करने के लिए सब्सिडी दे सकती है , लेकिन वृद्धि को स्वयं वापस नहीं ले सकती.

यह भ्रष्टाचार का नमूना : एक न्यूज चैनल द्वारा स्टिंग ऑपरेशन में यह दिखाये जाने के बाद कि फाइलें फाड़ी जा रही हैं, पर केजरीवाल ने कहा कि फाइलों की देखरेख करना मुख्य सचिव की जिम्मेदारी है.

ऊपर से लेकर नीचे तक व्यवस्था चरमरा चुकी है. इसे सुधारे जाने की जरूरत है. इसीलिए लोग अपनी समस्याएं लेकर मुख्यमंत्री के पास आ रहे हैं. लोगों की उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए. हमें कठिन परिश्रम करना होगा. अरविंद केजरीवाल

समर्थन में युवक ने काट ली अपनी कलाई
केजरीवाल के ‘जनता दरबार’ में एक युवक ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रति अपना समर्थन जाहिर करने के लिए शुक्रवार को अपनी कलाई काट ली. देवली निवासी जमील अहमद (25) जनता दरबार में भाग लेने आया था.अहमद ने केजरीवाल से कहा, सुभाष चंद्र बोस ने कहा था, तुम मुङो खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा. मैं आपके साथ हूं और आपके लिए कुछ भी करूंगा. फिलहाल वह अस्पताल में भरती है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है.

जनता दरबार में शिकायतों की झड़ी
केजरीवाल के दरबार का बुधवार का तीसरा दिन था, जिसमें कई लोग पानी और बिजली संबंधी शिकायतें लेकर आये. दिल्ली विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर डॉ सपना जैन ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के गणित विभाग में डिग्रियां बेची गयी हैं.

अन्ना हजारे से की बात, न्योता दिया
केजरीवाल ने शुक्रवार को अपने गुरु अन्ना हजारे से बात की और शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने के लिए उन्हें न्योता दिया. हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है कि अन्ना शिरकत करेंगे या नहीं. वहीं केजरीवाल के माता-पिता शपथ ग्रहण के दौरान जमीन पर बैठेंगे. साथ ही पार्टी के सभी एमएलए भी.

सिसोदिया ने कहा, खत्म करेंगे वीआइपी संस्कृति
उधर, आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि पार्टी दिल्ली में वीआइपी संस्कृति खत्म करने के लिए कटिबद्ध है. शपथ ग्रहण समारोह में उसके विधायकों का मेट्रो से रामलीला मैदान पहुंचने का निर्णय उसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर लिया गया है. सिसोदिया ने कहा कि पार्टी ने वीआइपी संस्कृति के खिलाफ कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल होने वाले विधायकों के विभागों की घोषणा शपथ ग्रहण के बाद होगी. नयी सरकार की नौकरशाही नियुक्ति चर्चा के बाद होगी.

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