लैपटाप से भी तेज होगी मोबाइल की इंटरनेट की गति
नयी दिल्ली: मोबाइल फोन हैंडसेट पर इंटरनेट की गति 2014 में 3 गीगाहर्ट्ज तक पहुंच जाने का भरोसा है और इस तरह लोगों का स्मार्ट फोन पर डाटा डाउन लोड की गति इस समय के तीव्रतम लैपटैप से भी अधिक हो जाएगी. स्मार्ट फोन और टैबलेट क्षेत्र की घरेलू कंपनी कार्बन मोबाइल के कार्यकारी निदेशक […]
नयी दिल्ली: मोबाइल फोन हैंडसेट पर इंटरनेट की गति 2014 में 3 गीगाहर्ट्ज तक पहुंच जाने का भरोसा है और इस तरह लोगों का स्मार्ट फोन पर डाटा डाउन लोड की गति इस समय के तीव्रतम लैपटैप से भी अधिक हो जाएगी.
स्मार्ट फोन और टैबलेट क्षेत्र की घरेलू कंपनी कार्बन मोबाइल के कार्यकारी निदेशक शशिन देवसरे ने 2014 के मोबाइल परिदृश्य पर कहा, ‘‘मोबाइल में इस्तेमाल होने वाली चिप के लघुरुपांतरण से मोबाइल तकनीक अधिक उन्नत और उच्चगति वाली बनेगी. उन्नत तकनीक से मोबाइल और व्यक्तिगत कंप्यूटर के बीच का अंतर कम होगा और मोबाइल फोन पर चलने वाली इंटरनेट की गति 2.5 गीगाहर्ट्ज से 3 गीगाहर्ट्ज तक पहुंच जाएगी.’’ उल्लेखनीय है कि अभी भारतीय बाजार में आमतौर पर 2.7 गीगाहर्ट्ज की गति प्रदान करने वाले प्रोसेसर इस्तेमाल होते हैं लेकिन तकनीक के बढ़ने के साथ ही इनकी गति भी 3.7 गीगाहर्ट्ज तक बढायी जा सकेगी.
देवसरे ने कहा कि उम्मीद की जाती है कि स्मार्टफोन में प्रयोग होने वाले प्रोसेसर भी तकनीक भी क्वाड-कार से बढ़कर ऑक्टा-कोर तक पहुंच जाएगी. इस प्रकार की तकनीक के बाद मोबाइल पर भी एक साथ कई कार्य करना संभव हो सकेगा. इसके साथ ही नई तकनीक से मोबाइल पर खपत होने वाली उर्जा में भी कमी आएगी.
सिंगल कोर प्रोसेर सामान्यतौर पर एक समय में एक कार्य की ही सुविधा प्रदान करता है जबकि मल्टीकोर प्रोसेर एक ही समय कार्य विविधता का विकल्प देता है मसलन और इंटरनेट सर्च करते हुए उसी फोन पर बात या कोई और काम भी जारी रख सकते हैं. देवसरे ने कहा कि डिस्ले के मार्चे पर आगे 3डी मोबाइल की गंजू हो सकती है और मोबाइल में 8 से 18 मेगा पिक्सल के कैमरों का प्रयोग तेजी से फैल सकता है.