भाजपा ने आदर्श रिपोर्ट को लेकर राहुल पर साधा निशाना

नयी दिल्ली: आदर्श घोटाले की रिपोर्ट को खारिज करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से राहुल गांधी के असहमत होने के बाद भाजपा ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष पर हमला बोला और कहा कि यदा कदा भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने के ‘‘पाखंड’’ से उनकी पार्टी को लोकसभा चुनावों में मदद नहीं मिलेगी. प्रमुख विपक्षी पार्टी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2013 9:40 PM

नयी दिल्ली: आदर्श घोटाले की रिपोर्ट को खारिज करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से राहुल गांधी के असहमत होने के बाद भाजपा ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष पर हमला बोला और कहा कि यदा कदा भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने के ‘‘पाखंड’’ से उनकी पार्टी को लोकसभा चुनावों में मदद नहीं मिलेगी.

प्रमुख विपक्षी पार्टी ने कहा कि सत्तारुढ़ पार्टी का एक महत्वपूर्ण पदाधिकारी होने के नाते राहुल गांधी ‘‘बाहरी’’ होने का दावा कर इस सरकार की ‘‘ शर्मिंदगी’’ से अपने को अलग नहीं कर सकते. भाजपा ने कहा कि वह अपनी पार्टी के उन गलत कार्यों पर अपनी जवाबदेही से नहीं बच सकते जिन्हें वह चाहते तो रोक सकते थे.

राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी के बयान से पाखंड का प्रदर्शन होता है… जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यदा कदा सरकार की कारगुजारियों से तटस्थ होने से कोई असर नहीं होगा.’’ प्रसाद ने कहा कि हालांकि इस सरकार के निर्णयों में राहुल की महत्वपूर्ण भूमिका है और वह एक अध्यादेश को ‘‘बकवास’’ तक कह सकते हैं लेकिन वह अपनी सरकार के भ्रष्टाचार पर लगातार चुप रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘ जब सार्वजनिक धन के लाखों और करोड़ों रुपए मंत्रियों और उनकी सरकार के नेताओं द्वारा लूटे जा रहे थे, उन्होंने उस समय एक शब्द नहीं कहा.’’

भाजपा नेता प्रसाद ने कहा कि राहुल ने उस समय कोई टिप्पणी नहीं की जब जेपीसी प्रमुख पीसी चाको ने रिपोर्ट में 2.जी घोटाले में ‘‘भ्रष्ट’’ का बचाव किया जबकि उस रिपोर्ट पर विपक्ष ने गंभीर आपत्ति जतायी. प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता ने उस समय भी चुप्पी साधे रखी जब पी जे थामस जैसे व्यक्ति को मुख्य सतर्कता आयुक्त नियुक्त किया गया.

प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी अपनी सरकार के उन गलत कार्यों की जवाबदेही से नहीं बच सकते जिन्हें वह रोक सकते थे. इनमें महंगाई, विकास में कमी आदि भी शामिल हैं.

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल ने आदर्श घोटाले की रिपोर्ट को खारिज होने से नहीं रोका और न ही उन्होंने राष्ट्रमंडल घोटाले को रोका जिससे देश को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा.

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