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एनआइटी श्रीनगर में छात्रों व पुलिस का संघर्ष, बाहरी छात्राओं को मिल रही रेप की धमकी
श्रीनगर : सर प्लीज मुझे बचा लो, सर पूरा सिस्टम फेल हो गया, कोई सुनने को तैयार नहीं. छात्रों के साथ छात्राओं का भी रो-रो कर बुरा हाल है. यह दर्द और रोने की अवाज एनआइटी श्रीनगर के स्टूडेंट्स (बाहरी स्टूडेंट्स) की है. खास कर अब तो छात्राओं के लिए भी माहौल खराब होता जा […]
श्रीनगर : सर प्लीज मुझे बचा लो, सर पूरा सिस्टम फेल हो गया, कोई सुनने को तैयार नहीं. छात्रों के साथ छात्राओं का भी रो-रो कर बुरा हाल है. यह दर्द और रोने की अवाज एनआइटी श्रीनगर के स्टूडेंट्स (बाहरी स्टूडेंट्स) की है. खास कर अब तो छात्राओं के लिए भी माहौल खराब होता जा रहा है.
इस कारण कैंपस में हंगामा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. गुरुवार को भी एनआइटी श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहर जारी रहा. दूसरी तरफ एक नयी बात सामने आयी है कि स्थानीय छात्र गैर कश्मीरी छात्राओं को रेप की धमकी दे रहे हैं. लड़कियों ने बताया कि कश्मीरी छात्रों के एक ग्रुप ने उनसे कहा कि एक के साथ रेप होगा, तो सब चुप हो जाओगे.
छात्रों ने कहा कि स्थानीय पुलिस के रवैये से वे सब भयभीत हैं. अब भी कैंपस में स्थानीय पुलिस मौजूद है. बिहार, यूपी, झारखंड, हरियाणा, गुजरात के साथ विभिन्न राज्यों के कई छात्रों ने बताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर भी धमकी और पुलिस की लाठी खानी पड़ रही है. सीआरपीएफ तैनात होने के कारण छात्रों में राहत है. गैर कश्मीरी छात्रों का सबसे ज्यादा जोर एनआइटी शिफ्ट करने और उससे भी पहले उन्हें घर जाने देने पर है. एमएचआरडी की टीम से छात्रों ने इस मुद्दे पर जोर दिया है.
तिरंगा किया जब्त तो, खुद से बना कर फहराया तिरंगा
श्रीनगर के एनआइटी में छात्रों ने हाथ से बना कर तिरंगा फहराया है. फेसबुक पर ‘सेव द स्टूडेंटस ऑफ एनआइटी श्रीनगर’ नामक पेज में इस संदर्भ में एक पोस्ट डाला गया है. छात्रों ने पोस्ट पर लिखा है कि, कल जम्मू कश्मीर की पुलिस की ओर से एनआइटी श्रीनगर के बेगुनाह छात्रों की बेरहमी से पिटाई की गयी.
पुलिस के झूठे और बेबुनियाद आरोपों के बाद भी छात्रों ने शांतिपूर्ण जलूस निकाला. छात्राएं भी इसमें शामिल रहीं और हमारे बार-बार के अनुरोध पर भी हमे तिरंगा वापस नहीं लौटाया गया. छात्रों ने हाथ से झंडे बनाकर कैंपस में जगह-जगह चिपकाये और फहराये भी. सेव एनआइटी स्टूडेंट्स नामक फेसबुक पेज पर तरह तरह के मैसेज डाले जा रहे हैं. एनआइटी के छात्रों ने कैंपस में सीआरपीएफ लगाये जाने का स्वागत किया है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है कि सीआरपीएफ कब तक कैंपस में रहेगी. हम बाहर नहीं जा सकते. यह जेल में रहने से भी बुरा है.
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फेसबुक पर बनाये गये ‘सेव द स्टूडेंटस आफ एनआइटी श्रीनगर’ नामक पेज सर्च नहीं हो रहा है. इसे वहां के कॉलेज प्रशासन ने बंद कर दिया है. लेकिन, जिन्होंने इस पेज को लाइक किया है या जिनके पास लिंक है, वही पेज पर जा पा रहे हैं. पेज का लिंक यह है- https://www.facebook.com/nitsrinagarcrisis2016/ इस लिंक पर पुलिस की सभी करतूत सामने है. कई वीडियो में पुलिस मोबाइल बंद करने की धमकी भी दे रहे हैं. इसके साथ ही कैंपस में वाइ-फाइ की सुविधा बंद कर दी गयी है. छात्रों का मोबाइल छीन लिया गया है. कई का मोबाइल तोड़ दिया गया है.
मीडिया को किया बैन
छात्रों ने कहा कि छात्र शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन मीडिया को गेट पर ही रोक दिया गया है. कैंपस में उन्ही मीडिया वालों की इंट्री कॉलेज प्रशासन दी है, जो उन लोगों के साथ है. इसके साथ उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन खुद से बयान दे रही है कि यहां सब कुछ नॉर्मल है, जबकि कैंपस में कुछ भी नॉर्मल नहीं चल रहा है.
स्थानीय मीडिया ने फैलाया गलत खबर
छात्रों ने कहा कि स्थानीय मीडिया ने जानबूझ कर कई अफवाह फैलायी है. हम लोगों का मुख्य रूप से दो मांगें हैं. इसमें एनआइटी श्रीनगर को शिफ्ट किया जाये और स्थानीय पुलिस पर कार्रवाई की जाये. वहीं कैंपस में मंदिर और मुख्य गेट पर हर दिन तिरंगा फहराने की मांग की झूठी खबर फैलायी गयी है. स्थानीय मीडिया एडमिनिस्ट्रेशन की बात सुन रही है. कैंपस में क्लास में मात्र कश्मीरी छात्र ही पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि कॉलेज प्रशासन ने कहा कि मात्र 100 छात्र क्लास नहीं कर रहे हैं. वहीं पेज पर वीडियो में देख सकते हैं कि करीब 2000 स्टूडेंट्स एक साथ हैं.
आखिर क्या है एनआइटी मामला
31 मार्च को कैंपस में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में भारत की हार के बाद कश्मीरी बच्चों के भारत विरोधी और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने को लेकर श्रीनगर स्थित भारतीय तकनीकी संस्थान (एनआइटी) में विवाद हो गया था. छात्रों ने बताया की कॉलेज के टीचर ने भी भारत की हार का जश्न मनाया.इसका गैर कश्मीरी बच्चों ने विरोध किया तो कश्मीरी बच्चों ने प्रथम वर्ष में अध्ययनरत कुछ बच्चों की पिटाई कर दी. बाद में सीनियर कक्षाओं के गैर कश्मीरी बच्चों ने जवाब में उनकी पिटाई कर कॉलेज परिसर में तिरंगा फहरा दिया और जन गण मन गान भी गाया. इसी का विरोध स्थानीय लोगों ने किया और हिंसा फैलायी.
कैरियर खराब करने की धमकी
एनआइटी के छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रशासन बाहरी छात्रों को झूठे मामलों में फंसा रहा है. कुछ टीचर ने कई छात्रों को इंटर्नल एसेसमेंट में फेल करने की धमकी दी है. बिहार, राजस्थान, हरियाण, दिल्ली के कई छात्रों ने कहा कि हमें सुबह कुछ स्थानीय छात्रों ने देख लेने की धमकी दी है. लगातार लोगों का हमला जारी है. हम लोग के साथ छात्राएं भी असुरक्षित महसूस कर रही हैं. एनआइटी एडमिनिट्रेशन से बातचीत भी हुई, लेकिन छात्रों की बात नहीं सुनी गयी. बंदूक की नोक पर सभी काम हो रहा है.
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