अहमदाबाद : इशरत जहां केस मामले का दंश झेल रहे पूर्व डीआइजी डी जी वंजारा आज अहमदाबाद पहुंचे. कोर्ट से राज्य में प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद वंजारा ने 9 साल बाद यहां प्रवेश किया. अपने गुजरात प्रवेश पर वंजारा ने गुरुवार को कहा कि वह मानते हैं केंद्र की मौजूदा सरकार राष्ट्रवादी है. यह सरकार राष्ट्रहित के मुद्दों से पीछे नहीं हटने वाली है.इशरत जहां मुठभेड प्रकरण के आरोपी पूर्व आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा ने कहा कि इशरत जहां मुठभेड को लेकर हुए राजनीतिक खेल अथवा षड्यंत्र के चलते उन्हें काफी कुछ सहना पड़ा साथ ही गुजरात पुलिस को काफी तकलीफ सहनी पड़ी.
क्या कहा वंजारा ने
गुजरात में उनके प्रवेश पर लगी अदालती रोक हटने के बाद वंजारा ने एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि उनके मन में हमेशा से उम्मीद थी कि वह जेल से बाहर आ जाएंगे क्योंकि उन्होंने अथवा उनके साथी पुलिस अधिकारियों ने कुछ ऐसा नहीं किया जिससे तकलीफ झेलनी पड़े. वंजारा ने कहा कि गुजरात पुलिस ने जो कुछ भी किया था वह देश हित मेंथाऔर कानून और संविधान के दायरे में था. वह अब सेवानिवृत्त होने के बाद भी देश के लिए काफी कुछ करने की इच्छा रखते हैं.आपको बता दें कि अहमदाबाद में सीबीआई की विशेष अदालत ने गत दो अप्रैल को उनके गुजरात प्रवेश पर लगी अपनी रोक को हटा लिया था जिसके बाद वे आज गुजरात पहुंचे जहां उनका स्वागत जोर-शोर से किया गया.
कौन हैं वंजारा
डीजी वंजारा 1987 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं जिसे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रुप में लोग जानते हैं. पहले वंजारा क्राइम ब्रांच में थे जिसके बाद वे गुजरात एटीएस यानी एंटी टैररिस्ट स्क्वाड के प्रमुख रहे. उसके बाद उन्हें पाकिस्तान सीमा से सटी बॉर्डर रेंज के आईजी का पद दिया गया. वंजारा 2002 से 2005 तक अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस के पद पर भी रहे.