राष्ट्रपति ने कहा, मालदीव की मदद के लिए प्रतिबद्ध है भारत
नयी दल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत रक्षा और सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने में मालदीव की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है और दोनों देशों को समुद्री लूटपाट, तस्करी, उग्रवाद और धार्मिक चरमपंथ की चुनौतियों से निपटना है. मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम का स्वागत करते हुए मुखर्जी ने कहा […]
नयी दल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत रक्षा और सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने में मालदीव की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है और दोनों देशों को समुद्री लूटपाट, तस्करी, उग्रवाद और धार्मिक चरमपंथ की चुनौतियों से निपटना है.
मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम का स्वागत करते हुए मुखर्जी ने कहा कि उनकी यात्रा भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों की प्राथमिकता दर्शाती है और ऐसा ही भारत की तरफ से भी है. गयूम राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजकीय यात्रा पर भारत आये हैं.
राष्ट्रपति ने कहा, “मालदीव की तरह भारत हिंद महासागर क्षेत्र में नर्बिध शांति और सुरक्षा का माहौल देखना चाहता है. दोनों देशों को समुद्री लूटपाट, तस्करी, उग्रवाद और धार्मिक चरमपंथ की चुनौतियों से निपटना है.” मुखर्जी ने कल राष्ट्रपति भवन में गयूम के सम्मान में आयोजित समारोह में कहा कि भारत इन मुद्दों से निपटने में मालदीव की जरुरतों से अवगत है और रक्षा तथा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने में मालदीव की सरकार की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव के बीच करीबी सहयोग के क्षेत्रों में उत्कृष्ट रक्षा और सुरक्षा संबंध भी हैं.