नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को छोड़ कर आम आदमी पार्टी के मंत्रियों को आज सरकारी गाड़ियों के तौर पर टोयोटा इनोवा कारें दी गयीं. आप के मनीष सिसोदिया, राखी बिरला और सौरभ भारद्वाज सहित विभिन्न मंत्री सरकारी गाड़ियों में दिल्ली विधानसभा परिसर पहुंचे.
यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसी गाड़ियों में आने से किफायत की झलक मिलती है, केजरीवाल ने सवाल को अधिक तवज्जो न देते हुये कहा कि पार्टी ने यह कभी नहीं कहा कि उसके मंत्री सरकारी गाड़ियों का उपयोग नहीं करेंगे.
अपनी आम आदमी की पहचान बरकरार रखते हुये पिछले कुछ दिन आप के मंत्री और विधायक मेट्रो और ऑटो रिक्शा जैसे सार्वजनिक परिवहन साधनों से दिल्ली विधानसभा आये थे. इस मुद्दे पर पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा कि पार्टी वीआईपी संस्कृति के खिलाफ है और सरकारी कारें लेने में कुछ भी गलत नहीं है.
सिसोदिया ने कहा हम मंत्रियों और नौकरशाहों द्वारा अपनी कारों पर लाल तथा नीली बत्ती के उपयोग वाली वीआईपी संस्कृति के खिलाफ हैं लेकिन सरकारी गाड़ियों के उपयोग के खिलाफ नहीं हैं. हम बड़े बंगले लेने के खिलाफ हैं. उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया कि क्या केजरीवाल सरकारी गाड़ी लेंगे.
परिवहन, खाद्य आपूर्ति और पर्यावरण मंत्री भारद्वाज ने कहा मेरी कार में पेट्रोल नहीं है और अपना एटीएम कार्ड मैंने अपनी पत्नी को दिया था. इसलिए मुझे सरकारी कार का उपयोग करना पड़ा. भारद्वाज ने राखी बिरला के कार लेने का बचाव करते हुये कहा वह महिला हैं और एक मंत्री होने के नाते उन्हें रात को भी आना जाना होगा.
इस बीच दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा के लिए जो भी जरुरी है, वह दिल्ली पुलिस कर रही है क्योंकि उसे उन पर (केजरीवाल पर) खतरे के बारे में और सुरक्षा न लेने के उनके रुख के बारे में पता है. बस्सी से इन खबरों के बारे में पूछा गया था कि केजरीवाल के औपचारिक सुरक्षा कवर लेने से इंकार करने के बाद उनकी सुरक्षा पर करीब दस गुना ज्यादा खर्च किया जा रहा है.
दिल्ली पुलिस के सालाना संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा सुरक्षा के तहत कई पहलू, सुरक्षा एजेंसी, खतरा और वह व्यक्ति होता है जिसे सुरक्षा की जरुरत है. हमारे पर खतरे के बारे में सूचना है. हमें यह पता है कि पुलिस को क्या करना है और हम यह भी जानते हैं उनकी (केजरीवाल की) मांग क्या है. इन बिंदुओं को ध्यान में रख कर हम वह कर रहे हैं जो जरुरी है.
बस्सी से पूछा गया कि आम आदमी पार्टी के साथ क्या अब दिल्ली पुलिस के समीकरण बदलेंगे क्योंकि उसके सत्ता में आने से पहले विभिन्न मुद्दों पर दोनों में टकराव होता रहा है. इस पर बस्सी ने कहा हमें यह याद रखना चाहिए कि पुलिस कर्मी पर कानून व्यवस्था बनाये रखने का जिम्मा होता है. जब हमारे दायित्व की बात आती है तो हम लोगों में अंतर नहीं करते.