राहुल के घर कांग्रेसी नेताओं की बैठक, प्रियंका ने दिखाये कड़े तेवर

नयी दिल्ली : अपने भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने के लिए प्रियंका वाड्रा ने भी कमर कस ली है. प्रियंका ने मंगलवार को राहुल के घर पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कड़े तेवर दिखाये. इसमें सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, केंद्रीय मंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2014 2:30 PM

नयी दिल्ली : अपने भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने के लिए प्रियंका वाड्रा ने भी कमर कस ली है. प्रियंका ने मंगलवार को राहुल के घर पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कड़े तेवर दिखाये.

इसमें सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, पार्टी महासचिव जर्नादन द्विवेदी, उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री समेत कई बड़े नेता शामिल थे. बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीतियों पर चर्चा की गयी. हालांकि बैठक में सोनिया गांधी व राहुल शामिल नहीं हुए. कहा जा रहा है कि इस बार उत्तरप्रदेश में चुनाव प्रचार की कमान प्रियंका अपने हाथ में ले सकती हैं.

* लग रही हैं अटकलें

प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी द्वारा वरिष्ठ नेताओं के साथ की जा रही बैठक में शामिल हुइंर् जिसकी राजनीतिक हलकों में खासी चर्चा हो रही है. हाल के महीनों से ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि प्रियंका पूर्णकालिक राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं. अभी तक उन्होंने अपने को अपनी मां सोनिया गांधी की लोकसभा सीट रायबरेली के प्रचार तक ही सीमित रखा है. बैठक में उनके आने से उक्त अटकल को बल मिला है. पूर्व में ऐसी अटकलें भी लगायी जा रही थीं कि 2012 में सोनिया गांधी के आपरेशन के बाद 42 वर्षीय प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी.

* कई मंत्रियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी

कांग्रेस के मीडिया विभाग में भी बदलाव के आसार हैं. इस बार का बदलाव पूरी तरह से लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर किया जायेगा. सूत्रों की मानें तो गुलाम नबी आजाद, जयराम रमेश, आस्कर फर्नांडीस, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, सलमान खुर्शीद व आरपीएन सिंह जैसे मंत्रियों को संगठन की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है.

जहां तक महासचिवों का सवाल है, तो गुरदास कामत, वीके हरिप्रसाद, मधुसूदन मिस्त्री, दिग्विजय सिंह, शकील अहमद और मुकुल वासनिक चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. सीपी जोशी चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है. फेरबदल से तय होगा कि ये नेता चुनाव लड़ेंगे या संगठन में रहेंगे. सीपी जोशी के चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा से उन्हें राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है.

* मणिशंकर अय्यर की बिन मांगी सलाह

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर एक बार फिर पार्टी को बिन मांगी सलाह दी है. अय्यर ने कहा है कि नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस को आम आदमी पार्टी से गंठबंधन कर लेना चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा है कि मोदी को रोकने के लिए आप की हर मदद का स्वागत किया जायेगा. भाजपा ने अय्यर के इस विचार की आलोचना करते हुए कहा है कि कांग्रेस को महसूस हो गया है कि वह मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती.

जब अय्यर से मोदी के संबंध में कांग्रेस के प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं प्रार्थना करता हूं आम आदमी पार्टी नरेंद्र मोदी और भाजपा को रोके. मैं इस हिटलर को सत्ता में आने से रोकने के लिए आप की हर मदद का निश्चित रूप से स्वागत करूंगा. अय्यर के इस बयान पर कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, वहीं भाजपा ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने यह कबूल कर लिया है वह अपने दम पर लोकसभा चुनाव में जीत नहीं सकती.

* संगठन में फेरबदल

खबर है कि राहुल गांधी अगले हफ्ते की शुरुआत में पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल कर सकते हैं. इसके तहत चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्टी महासचिवों को बदला जा सकता है, जबकि कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है. एआइसीसी का अधिवेशन 17 जनवरी को है. इसमें राहुल को प्रधानमंत्री प्रत्याशी की जिम्मेदारी देने का फैसला हो सकता है.


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