अरविंद केजरीवाल पर जूता फेंका, AAP का BJP पर आरोप

नयीदिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक व्यक्ति ने जूता फेंक दिया, जो उन्हें लगा नहीं. केजरीवाल पर जूता फेंकने वाले व्यक्ति ने स्वयं को आप से अलग हुए एक समूह से संबद्ध बताया. वहीं आप ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया जताते हुए घटना से भाजपा को जोड़ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2016 4:25 PM

नयीदिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक व्यक्ति ने जूता फेंक दिया, जो उन्हें लगा नहीं. केजरीवाल पर जूता फेंकने वाले व्यक्ति ने स्वयं को आप से अलग हुए एक समूह से संबद्ध बताया. वहीं आप ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया जताते हुए घटना से भाजपा को जोड़ने का प्रयास किया.

जूता केजरीवाल को लगा नहीं क्योंकि एक अधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए जूते को बीच में ही रोक लिया. हमलावर की पहचान वेद प्रकाश के रूप में हुई है. वह आम आदमी सेना का राष्ट्रीय महासचिव है और उसे कुछ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.

केजरीवाल 15 अप्रैल से शुरू होने वाले समविषम योजना के दूसरे चरण के बारे में जब दिल्ली सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे तभी 28 वर्षीय प्रकाश ने पहले उन्हें टोका और उसके बाद मुख्यमंत्री की ओर से एक जूता और एक सीडी फेंक दी. प्रकाश ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से सीएनजी स्टिकर के वितरण में कथित अनियमितताओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर नाराज था.

प्रकाश के इस कदम से वहां हलचल मच गई। जूता केजरीवाल को लगा नहीं क्योंकि मुख्यमंत्री के पास खड़े एक अधिकारी ने उसे तुरंत ही रोक लिया. आप ने इस घटना के लिए तत्काल भाजपा पर आरोप लगा दिया. दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि घटना से पहले हमलावर ने दिल्ली भाजपा के एक नेता को फोन किया था. वहीं भाजपा ने घटना की निंदा की लेकिन कहा कि केजरीवाल को आत्म विश्लेषण करना चाहिए कि वह बार-बार ऐसे हमलों का सामना क्यों कर रहे हैं.

हमलावर को पुलिस द्वारा ले जाये जाने से पहले आप कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटायी की. घटना शाम करीब चार बजकर 10 मिनट पर हुई. पुलिस ने कहा कि व्यक्ति उत्तर पश्चिम दिल्ली के बेगमपुर का रहने वाला है और वह एक प्रॉपर्टी डीलर है. पुलिस उपायुक्त :केंद्रीय रेंज: परमादित्य ने कहा, व्यक्ति बेगमपुर का निवासी है और करमपुरा में एक प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम करता है.

उसे भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 353 और 355 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रकाश उन सीएनजी स्टिकरों के वितरण में कथित अनियमितताओं की बात कर रहा था जिसे समविषम योजना के दौरान सीएनजी चालित कारों को रोक से छूट के लिए उन पर लगाना जरूरी है. प्रकाश ने आरोप लगाया कि लोधी रोड में सीजीओ काम्प्लेक्स के पास स्थित एक सीएनजी स्टेशन पर स्टिकरों की बिक्री एक हजार रुपये में की जा रही थी.

प्रकाश ने दावा किया कि उसने सात अप्रैल को इस बारे में एक स्टिंग आपरेशन भी किया है और सीडी में वह है. केजरीवाल ने बाद में अपना संवाददाता सम्मेलन जारी रखा. प्रकाश ने सीडी और जूता फेंकने से पहले कहा, अरविंद जी कृपया एक मिनट, मैंने सीएनजी स्टिकर घोटाले पर एक स्टिंग किया है. एक सीएनजी स्टिकर का वितरण एक हजार रुपये में किया जा रहा है. आप यह क्यों कर रहे हैं? आप इसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते?”

जूता हमले पर प्रतिक्रिया जताते हुए मिश्रा ने दावा किया कि प्रकाश ने केजरीवाल पर जूता फेंकने से पहले दिल्ली भाजपा के एक नेता से बात की थी. मिश्रा ने ट्वीट किया, वेद प्रकाश शर्मा की कॉल डिटेल की जांच होनी चाहिए. उसने हमले से ठीक पहले दिल्ली भाजपा नेता को फोन किया था. भाजपा ने यद्यपि आरोपों को खारिज कर दिया.

पुलिस ने कहा कि प्रकाश की काल डिटेल की जांच की जा रही है. आप नेता कुमार विश्वास ने कहा कि यह हमला पंजाब चुनाव से पहले प्रतिद्वंद्वी पार्टियों की हताशा दिखाता है.

विश्वास ने कहा, ‘‘प्रिय षड्यंत्रकर्ताओं यह समविषम आपके आका को पंजाब चुनाव में एक बड़ा शून्य दिलाएगा, स्याही-जूते में लपेटी अपनी कुंठाएं फेंकते रहो. केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने जूता हमले की निंदा की लेकिन कहा कि आप नेता को ‘आत्मविश्लेषण’ करना चाहिए कि उनके साथ बार-बार ऐसी चीजें क्यों होती हैं.

शर्मा ने कहा, मैं इस कृत्य का समर्थन नहीं करता. लोकतंत्र में इस तरह का कृत्य नहीं होना चाहिए. यद्यपि इस बारे में एक सवाल उठता है कि ऐसी चीजें बार बार उनके साथ ही क्यों होती हैं. इससे पहले उन पर स्याही फेंकी गई थी और अब जूता. केजरीवाल को इस पर आत्मविश्लेषण करना चाहिए.

दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रचार विभाग ने इस संबंध में इंद्रप्रस्थ पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया है कि प्रकाश का इरादा मुख्यमंत्री को चोट पहुंचाना था. एक अधिकारी ने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री के संवाददाता सम्मेलन में केवल उन्हीं पत्रकारों को शामिल होने की इजाजत देगी जिनके पास दिल्ली सूचना एवं प्रचार :डीआईपी: कार्ड होगा. मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने कहा कि यह ‘‘शर्मनाक और खतरनाक” है कि एक पत्रकार होने का दावा करने वाला एक व्यक्ति मुख्यमंत्री पर निशाना साधने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन का इस्तेमाल कर सकता है.

गत 17 जनवरी को समविषम योजना के पहले चरण की ‘‘सफलता” के लिए आयोजित एक जनसभा के दौरान एक महिला ने केजरीवाल पर स्याही फेंक दी थी.

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