गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि भाजपा हर चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर अयोध्या का मुद्दा परोसती है और उसी तरह विधानसभा चुनाव में असम में बांग्लादेश से घुसपैठ का मुद्दा उठाती है लेकिन वोट बैंक राजनीति के चलते उन्हें हल नहीं करना चाहती. गोगोई ने कहा, ‘‘दरअसल, उन्हें :भाजपा को: हमेशा चुनाव के पहले ही घुसपैठ मुद्दे की याद आती है. असम में यह मुद्दा ऐसा ही है जो राष्ट्रीय स्तर पर उनके लिए राम मंदिर का मुद्दा। वे कभी इसे हल नहीं करेंगे, बल्कि वोट-बैंक की सियासत करने के लिए मुद्दे को जिंदा रखेंगे.”
स्थानीय असमी वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने चुनाव प्रचार एजेंडा में घुसपैठ को प्रमुख स्थान दिया है. वह गोगोई नीत कांग्रेस सरकार पर बंगाली भाषी मुसलमानों का वोट पाने के लिए बांग्लादेश से अवैध आव्रजन को प्रोत्साहन देने का आरोप लगा रही है. गोगोई ने भगवा पार्टी की भूमिका और मंशा पर सवाल खडा करते हुए कहा, ‘‘आप केंद्र में दो बार थे. जब आप केंद्र में सत्ता में थे तो आपकी सहयोगी अगप दो बार राज्य में सत्मा में थी। आपने तब क्यों नहीं कोई कार्रवाई की?”
दिग्गज कांग्रेसी नेता ने कहा, ‘‘आपकी पार्टी इकाई हर जिले और हर शहर में है. अगर इतने सारे घुसपैठिए हैं तो क्यों आपने पुलिस या स्थानीय प्रशासन को सूचना नहीं देते या शिकायत नहीं करते?” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत लगभग सभी भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर बांग्लादेशी घुसपैठियों के प्रति हमदर्दी जताने के आरोप लगाए हैं. उधर, कांग्रेस सीमा पर बाड का विस्तार करने और उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों के तहत नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर अपडेट करने का श्रेय ले रही है.