केरल हादसा : मंदिर के पास तीन कार में मिले विस्फोटक, जज ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने पर दिया जोर
तिरुवनंतपुरम/कोल्लम : एक ओर केरल के पुत्तिंगल मंदिर हादसे में 112 बेकसूर लोगों की मौत के बाद जहां दुनिया भर के देश भारत के प्रति संवेदना प्रकट कर रहे हैं, वहीं असंवेदनशील ढंग से केरल के मंदिरों का प्रबंधन करने वाली संस्था त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने कहा है कि हादसे से हम दुखी हैं, लेकिन […]
तिरुवनंतपुरम/कोल्लम : एक ओर केरल के पुत्तिंगल मंदिर हादसे में 112 बेकसूर लोगों की मौत के बाद जहां दुनिया भर के देश भारत के प्रति संवेदना प्रकट कर रहे हैं, वहीं असंवेदनशील ढंग से केरल के मंदिरों का प्रबंधन करने वाली संस्था त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने कहा है कि हादसे से हम दुखी हैं, लेकिन मंदिरों में होने वाली आतिशबाजी पर कोई रोक नहीं लगा सकता है. यह संस्था केरल के 1250 मंदिरों का प्रबंधन करती है. बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे हादसे को रोकना प्रशासन की जिम्मेवारी है. वहीं, मामले की जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंचे चीफ कंट्रोलर एक्सप्लोसिव सुदर्शन कमल ने कहा है कि पटाखा फोड़ने में सुप्रीम कोर्ट के नियमों का उल्लंख किया गया है. सुप्रीम कोर्ट के रात के 10 बजे के बाद ऐसा नहीं करने के गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं किया जा सकता है.पुलिस ने कोल्लम में मंदिर के निकट तीन कारों में विस्फोटक जब्त किये. इसकी जांच की जा रही है. उधर, कोल्लम मंदिर आतिशबाजी हादसे का हवाला देते हुए केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने अदालतों को पत्र लिखकर कानफोडू पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यायिक हस्तक्षेप की बात कही. इस मामले में कल अदालत में सुनवाई भी होगी.
मृतकों की संख्या 112 पहुंची
केरल के कोल्लम जिले के पुत्तिंगल देवी मंदिर परिसर में भीषण आग के मामले में अस्पतालों में आज सुबह दो और घायलों की मौत हो जाने पर मृतक संख्या बढकर 112 हो गयी है. सरकारी रेडियो आकाशवाणीने इससे पहले ही खबर दी थी किमृतकों की संख्या 110 हो चुकी है. इस दिलदहलाने वाली घटना के सिलसिले में अबतक पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सदस्यों सहित 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.हादसे के बाद से मंदिर बोर्ड के दस ट्रस्टी लापता हैं. उनका पता लगाने की कोशिश की जा रही है.मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि एक व्यक्ति की मौत तिरुवनंतपुरम स्थित केआइएमएस अस्पताल में और एक अन्य व्यक्ति की मौत तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में होगयी. इस बीच, पुलिस ने बताया कि आतिशबाजी के ठेकेदार सेजुड़े पांच कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है.
उन्होंने कहा कि आतिशबाजी का ठेका दो समूहों ने लिया था, जिनका नेतृत्व सुरेंद्रन और कृष्णन कुट्टी के हाथ था. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (अपराध शाखा) अनंतकृष्णन स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह दोबारा घटनास्थल का दौरा करेंगे.
इसमें कहा गया कि सरकार के चिकित्सीय दल स्थिति का आकलन करने के लिए उन सभी अस्पतालों का दौरा करेंगे, जहां 383 घायलों को भर्ती कराया गया है. कल तड़के परवूर स्थित 100 वर्ष पुराने पुत्तिंगल देवी मंदिर परिसर में हुई अनाधिकृत आतिशबाजी के दौरान भीषण आग फैल गयी थी.
सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नेतृत्व में न्यायिक जांच
केरल सरकार ने इस मामले में उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नेतृत्व में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही अपराध शाखा की जांच के भी आदेश जारी किए गए हैं. यह त्रासदी कल तड़के साढ़े तीन बजे के करीब हुई. राजस्व और पुलिस अधिकारियों की अनुमति के बिना आधी रात से ही आतिशबाजी शुरू कर दीगयी थी. यह आतिशबाजी एक वार्षिक उत्सव के दौरान की जा रही थी और हजारों लोग इसे देखने के लिए एकत्र हुए थे.
आतिशबाजी के दौरान कुछ चिंगारियां गोदाम ‘कंबापुरा’ में चली गयीं और वहां रखे पटाखों में भारी आवाज के साथ विस्फोट हो गया. इससे लगी आग तेजी से फैल गयी और परिसर में मौजूद श्रद्धालु वहीं फंस गए.
मुआवजे का एलान
कल मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने हर मृतक के परिजन को 10-10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने गंभीररूप से घायल लोगों को दो-दो लाख रुपये और हल्की चोटों वाले लोगों के लिए 50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को ‘हृदय विदारक’ और ‘स्तब्ध कर देने’ वाला बताते हुए मृतकों के परिजन के लिए दो-दो लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. वह स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां आए थे.
गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
पुलिस सूत्राें ने कहा कि मंदिर प्रशासन और आतिशबाजी के लाइसेंसधारकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 308 (गैर इरादतन हत्या करने की कोशिश) के तहत और विस्फोटक सामग्री कानून की धारा चार के तहत मामला दर्ज किया है.
इसी बीच, पुलिस ने घटनास्थल से आतिशबाजी का बिना जला हुआ कुछ सामान जब्त किया है. पुलिस ने कहा कि तिरुवनंतपुरम और कोल्लम में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. लोग अब भी अपने प्रियजन की तलाश में घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.
आज सुबह मंदिर क्षेत्र में पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया कि वह अपने चार दोस्तों के साथ जश्न को देखने आया था लेकिन उन चार दोस्तों में से दो लापता हैं.
खुद भी हल्की चोटों से घायल हुए इस व्यक्ति ने कहा, ‘‘मैं कोल्लम और तिरुवनंतपुरम के उन सभी अस्पतालों में गया था, जहां घायलों का इलाज हो रहा है. वे लोग वहां नहीं हैं.’ इस व्यक्ति ने कहा, ‘‘कुछ अज्ञात शव बुरी तरह झुलसी हुई हालत में हैं. इनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए परीक्षण करवाने होंगे. उम्मीद करता हूं कि मेरे दोस्त उनमें न हों.’