नयी दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार को ‘भारत को भगवान का उपहार’ बताया है. सिंह ने आज कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग के 10 साल के शासन में किसानों का कल्याण ‘महज नारों तक’ सीमित रहा.
भाजपा के किसान प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक किसान सम्मेलन में सिंह ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता के बाद कोई भी ऐसी सरकार सत्ता में नहीं आई जिसे देश के भविष्य के बारे में इतनी अधिक चिंता हो. इस लिहाज से मोदी सरकार और प्रधानमंत्री भगवान का उपहार हैं.’ पिछले महीने, एक अन्य केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने भी प्रधानमंत्री को भारत के लिए भगवान का उपहार कहा था.
कांग्रेस नेतृत्व पर सीधा हमला बोलते हुए सिंह ने कहा, ‘‘कुछ ऐसे नेता हैं जो किसानों के कल्याण की बातें करते हैं. कोई उन्हें लिखकर दे देता है और वे इस पढ़ देते हैं, लेकिन वे यह नहीं बता सकते कि अरहर किस पौधे से निकलती है.’ उन्होंने सवाल उठाया कि दूसरी पार्टियों ने फसल बीमा नियमों को किसानों के अनुकूल बनाने जैसे उपाय क्यों नहीं किए जो मोदी सरकार ने अब किया है.
अपने 70 मिनट लंबे भाषण में सिंह ने मोदी सरकार द्वारा किए गए विभिन्न उपाय गिनाए जिसमें फसल बीमा योजना से लेकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मोबाइल एप्स का उपयोग, किसानों के लिए इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म आदि शामिल हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार में किसानों के लिए राहत के तौर पर आवंटन भी बढ़ाया गया है. किसानों तक सही सूचना पहुंचाने के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ देश में कुछ लोग हैं.. इस देश में एक पार्टी है जो कुछ नहीं करती, लेकिन बातें बड़ी-बड़ी करती है. हमारे लिए काम करना और बातें नहीं करना अच्छा होगा.” सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्यों की भूमिका परिभाषित है और कई मामलों में केंद्र द्वारा धन जारी किया जाते है जिसे राज्य आगे आबंटित करते हैं.
‘‘ कई बार राज्यों में इनके आबंटन को लेकर सवाल खड़े किए जाते हैं. उदाहरण के तौर पर उत्तर प्रदेश में जो लोग रिश्वत देते हैं, उन्हें राहत मिलती है और एक विशेष वर्ग का पक्ष लिया जाता है.” उन्होंने कहा कि कोई भी संवेदनशील सरकार ऐसा नहीं कर सकती.
सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और खेती जैसे क्षेत्रों में धन का आबंटन करने का काम राज्य का है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले जैसे नेताओं की परिकल्पना देश के गांवों का विकास करने की थी. मोदी सरकार आने के साथ ही गांधी, तिलक और पटेल की परिकल्पना पूरी कर रही है.
सिंह ने अटल बिहार वाजपेयी की अगुवाई वाली राजग सरकार द्वारा किए गए कार्यों की भी सराहना की और कहा कि यदि यह सरकार सत्ता में नहीं आई होती तो भारत में गांवों ने पक्की सड़कें नहीं देखी होतीं.