प्रधानमंत्री ने बाघों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाघों के संरक्षण का मजबूती से समर्थन करते हुए उनके अंगों की तस्करी को रोकने के लिए सरकारों के बीच सर्वोच्च स्तर पर सहयोग की जरुरत पर जोर दिया. मोदी ने कहा कि वन्यजीवों के बिना वन की कल्पना नहीं की जा सकती और दोनों एक दूसरे के […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाघों के संरक्षण का मजबूती से समर्थन करते हुए उनके अंगों की तस्करी को रोकने के लिए सरकारों के बीच सर्वोच्च स्तर पर सहयोग की जरुरत पर जोर दिया. मोदी ने कहा कि वन्यजीवों के बिना वन की कल्पना नहीं की जा सकती और दोनों एक दूसरे के पूरक हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘एक के विनाश से दूसरे का विनाश होगा. यह जलवायु परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण कारण है जिसका अब कई तरीकों से हमपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. यह एक वैश्विक संवृति है जिससे हम सब जूझ रहे हैं.” प्रधानमंत्री ने बाघों के संरक्षण पर आधारित तीसरे एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में यहां यह बातें कहीं. तीन दिन के सम्मेलन में अवैध शिकार विरोधी रणनीतियों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
मोदी ने बाघों की आबादी वाले देशों में बाघों के आवास क्षेत्र के तेजी से घटने का उल्लेख करते हुए कहा इस शानदार जानवर के अंगों और खाल की तस्करी ने स्थिति की गंभीरता और बढ़ा दी है.
उन्होंने कहा, ‘‘बाघों के लिए एक बड़ा खतरा उनके अंगों की मांग है. वन और उसके वन्य निवासी एक खुला खजाना है जिसपर ताला नहीं लगाया जा सकता. बाघों और इस तरह के दूसरे जानवरों के अंगों की तस्करी के बारे में जानना बहुत दुखदायक है. हमें इस गंभीर मुद्दे से निपटने के लिए सरकारों के सर्वोच्च स्तरों पर सहयोग करने की जरुरत है.”