दिल्ली में आज से ऑड-इवन फॉर्मूला, बसों और मेट्रो के फेरे बढ़े
नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार की ऑड-इवन योजना का दूसरा चरण आज से शुरू हो रहा है. आज सड़क पर सिर्फ ऑड नंबर की गाड़ी चल रही है. नियम न मानने पर सुबह करीब 9 बजे महाराजपुर बॉर्डर पर पहला चालान कटा गया. इस योजना कोसफल बनाने के लिए अगले 15 दिनों तक रोजाना सडकों […]
नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार की ऑड-इवन योजना का दूसरा चरण आज से शुरू हो रहा है. आज सड़क पर सिर्फ ऑड नंबर की गाड़ी चल रही है. नियम न मानने पर सुबह करीब 9 बजे महाराजपुर बॉर्डर पर पहला चालान कटा गया. इस योजना कोसफल बनाने के लिए अगले 15 दिनों तक रोजाना सडकों पर 2000 यातायात कर्मी, 580 प्रवर्तन अधिकारी एवं 5000 से अधिक नागरिक रक्षा स्वयंसेवक तैनात किएगए हैं.
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली के लोगों द्वारा दोबारा ऑड-ईवन को अपनाने पर विश्वास जताया. उन्होंने ट्वीट किया कि दिल्ली में आज से ऑड-इवन शुरू हो गया है, दिल्ली को प्रदूसण एवं जाम मुक्त बनाने के लिए आप सभी से अपील है कि इस नियम का पालन करे.
इस संबंध में जानकारी देते हुए परिवहन मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि एक प्रवर्तन योजना तैयार की गयी है जिसके तहत शहर को इस योजना के क्रियान्वयन के लिए 11 क्षेत्रों में बांटा गया है. हर क्षेत्र में 10 उपक्षेत्र होंगे. हर उपक्षेत्र में एक सचल प्रवर्तन दल काम करेगा.’ उन्होंने बताया कि एक प्रवर्तन योजना तैयार की गयी है और दिल्ली परिवहन विभाग की प्रवर्तन शाखा के 588 अधिकारी इस योजना के दौरान विभिन्न दलों में बांटकर तैनात किए जाएंगे. सचल दल से आने वाले मामलों पर गौर करने के लिए 20 सदस्यीय विशेष कार्यबल बनाया गया है.
बसों और मेट्रो के फेरे बढ़े
परिवहन मंत्री गोपाल रायने बताया कि प्रवर्तन टीमों के पास दस सूत्री चार्ट हैं जिसमें आईएसबीटी, रेलवे स्टेशनों, स्वास्थ्य संस्थानों, बडे चौराहों, आईजीआई हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र एवं भीडभाड वाले भवन शामिल हैं. दिल्ली यातायात पुलिस के 2000 अधिकारी सडकों पर रोजाना तैनात किए जाएंगे. यातायात विभाग ने शहर में 200 ऐसे चौराहों की पहचान की जहां उनके कर्मी टीमों में तैनात किये जाएंगे. वैसे टीम का आकार उन चौराहों पर यातायात की मात्रा के आधार पर तय होगा. इस योजना के कारण हरियाणा रोडवेज, डीटीसी और मेट्रो ने फेरे बढ़ाने की बात कही है, वहीं कई लोग कारपूलिंग की तैयारी में भी हैं. इस दौरान मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 28 टीमें बनाई गई हैं. रोडवेज बस हर 15 मिनट पर मिलेगी. योजना को देखते हुए बसों और मेट्रो के फेरे बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
क्या कहा केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने
इसी बीच एक कार्यक्रम के मौके पर वायू प्रदूषण का जिक्र करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि भारत षष्ठम उत्सर्जन मापदंड के लागू होने से 2020 तक प्रदूषण 90 फीसदी कम हो जाएगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार ने भारत षष्ठम उत्सर्जन मापदंड शुरू करने की तारीख 2024 से घटाकर 2020 करने का फैसला किया है. तब केवल भारत षष्ठम वाले वाहनों को भी सडकों पर चलने की इजाजत होगी. इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा. इससे वायू प्रदूषण 90 फीसदी घट जाएगी.’ उन्होंने सम-विषम योजना के दूसरे चरण की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘तबतक के लिए सभी राज्य अपने उपाय एवं नीतियां लागू करने के लिए स्वतंत्र हैं.’
किन्हें मिलेगी छूट
परिवहन मंत्री गोपाल रायने कहा कि सरकार इस योजना के दौरान स्कूल के बाद बच्चों को लाने जा रही कार की समस्या का हल ढूढ नहीं पायी है. जिन कारों में स्कूली वर्दी में बच्चे जा रहे हैं, उन्हें ऑड-इवन से छूट है. लेकिन अभिभावकों ने उन्हें स्कूल से वापस लाने जा रही कारों को लेकर आशंका प्रकट की है. सरकार द्वारा हाल ही में कराए गए एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए राय ने कहा कि जब स्कूल से बच्चों को लाने की बात आती है तो देखा गया कि 85 फीसदी महिलाएं ही ड्राइवर होती है जिन्हें इस योजना के तहत छूट प्राप्त है. बाकी लोग कार पुलिंग कर सकते हैं. जब उनसे पूछा गया ऐसी कारों के लिए सीएनजी स्टीकर या प्रमाणन जैसी व्यवस्था क्यों नहीं की जा सकती तो राय ने कहा कि ऐसे काम की निगरानी फिलहाल संभव नहीं है.