सीएजी को मनीष तिवारी ने दी चुनौती
नयी दिल्ली : बुधवार को रिटायर होने वाले सीएजी विनोद राय को सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने खुली बहस के लिए चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि सीएजी मीडिया में बयान देने की बजाय बहस करें. गौरतलब है कि बुधवार को सीएजी रिटायर होने वाले हैं. विनोद राय ने टाइम्स ऑफ इंडिया को […]
नयी दिल्ली : बुधवार को रिटायर होने वाले सीएजी विनोद राय को सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने खुली बहस के लिए चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि सीएजी मीडिया में बयान देने की बजाय बहस करें. गौरतलब है कि बुधवार को सीएजी रिटायर होने वाले हैं.
विनोद राय ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में 2जी घोटाले पर कपिल सिब्बल की जीरो लॉस थिअरी पर पूछे गए सवाल पर कहा कि उन्हें उन पर ‘दया’ आती है. उन्होंने कहा, ‘मैंने इससे पहले यह कभी नहीं कहा, लेकिन मुझे असल में उन पर तरस आता है. मैंने जेपीसी में कहा था कि इसमें भारी नुकसान हुआ है, जिससे इनकार नहीं किया जा सकता.
नुकसान के आंकड़े पर बहस हो सकती है. मैंने कहा था कि आपकी अपनी एजेंसी सीबीआई ने भी कहा है कि इसमें 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सीबीआई ने अपनी एफआईआर में भी यह बात कही है. मैंने उनसे पूछा था कि क्या आप 30 हजार करोड़ रुपये की बात को वापस लेने जा रहे हैं? अगर ऐसा है तो मैं भी 1,76, 000 करोड़ के आंकड़े को वापस लेने के लिए तैयार हूं. यही वजह है कि मुझे उन पर अफसोस होता है. क्या वाकई कोई यकीन करेगा कि नुकसान नहीं हुआ है?’
2जी की ऑडिट रिपोर्ट में ‘अनुमानित घाटा’ टर्म इस्तेमाल करने पर उठे सवालों पर उन्होंने कहा कि ‘अनुमानित घाटा’ या ‘अनुमानित लाभ’ टर्म का इस्तेमाल सरकार भी करती रही है. मैं आपको डायरेक्ट टैक्स कोड (डीटीसी) बिल की कॉपी दे सकता हूं. यह सरकार का बिल है, जिसमें इस टर्म का इस्तेमाल है. मैंने जेपीसी में भी यह बात रखी थी.
खासकर मनीष तिवारी को बताया था कि आपके अपने बिल में ‘अनुमानित इनकम’ का कॉन्सेप्ट है. यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लिया गया है. दुनियाभर की ऑडिटिंग एजेंसियां इसका इस्तेमाल करती हैं. उन्होंने तब कहा था,’हां, लेकिन यह अनुमानित घाटे की बात नहीं करता है.’ यह सही है कि घाटे पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता. यह डायरेक्ट टैक्स कोड बिल है.’