नयी दिल्ली: इंटरनेट कंपनी गूगल ने आज कहा कि भारत के लिए मतदाता पंजीकरण संबंधी साफ्टवेयर बनाने का उसका कोई इरादा नहीं है और उसने ऐसे साफ्टवेयर में सुधार के संबंध में चुनाव आयोग को सिर्फ सुझाव दिए हैं.
गूगल ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम भारत के लिए मतदाता पंजीकरण ‘‘टूल’’ नहीं बनाना चाहते. हमारे पास कुछ सुझाव थे कि चुनाव आयोग के मतदाता पंजीकरण ‘‘टूल’’ किस प्रकार बेहतर बनाया जा सकता है… ‘‘कंपनी ने कहा कि उसने कल इस संबंध में औपचारिक रुप से प्रस्तुति दी थी और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया था.
उल्लेखनीय है कि गूगल ने लोकसभा चुनावों के पहले मतदाताओं को सहूलियतें मुहैया कराने का प्रस्ताव करते हुए चुनाव आयोग के समक्ष कल औपचारिक रुप से प्रस्तुति दी थी. कई पक्षों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इस कदम की आलोचना की है. चुनाव आयोग ने कहा है कि उसने चुनावों के पहले मतदाताओं को सुविधाएं प्रदान करने को लेकर अमेरिका स्थित इंटरनेट कंपनी से अब तक किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किया है.
गूगल ने कहा कि कोई भी निजी सूचना किसी दूसरे को नहीं दी जाती. यह पहल इंटरनेट पर पहले से मौजूद सार्वजनिक जानकारी को लोगों के लिए अधिक उपयोगी बनाने से जुड़ी हुयी है. कंपनी ने कहा कि चुनाव आयोग के साथ उनकी बातचीत प्रारंभिक चरण में है.