सस्ते लुटियन बंगले पर प्रियंका के ऑफिस ने दी सफाई, निजी नहीं सुरक्षा कारणों से लिया था बंगला
नयी दिल्ली : प्रियंका गांधी वाड्रा के आवास के संबंध में आरटीआई के खुलासे के बाद इस पूरे मामले पर प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑफिस के तरफ से सफाई आयी है जिसमें कहा गया, प्रियंका गांधी वाड्रा को एसपीजी सुरक्षा 1996 में दी गयी. उन्होंने एक प्राइवेट घर किराये पर लिया लेकिन सुरक्षा कारणों से […]
नयी दिल्ली : प्रियंका गांधी वाड्रा के आवास के संबंध में आरटीआई के खुलासे के बाद इस पूरे मामले पर प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑफिस के तरफ से सफाई आयी है जिसमें कहा गया, प्रियंका गांधी वाड्रा को एसपीजी सुरक्षा 1996 में दी गयी. उन्होंने एक प्राइवेट घर किराये पर लिया लेकिन सुरक्षा कारणों से सुरक्षा कर्मियों ने वहां जाने से इनकार कर दिया. एसपीजी की सलाह पर यह घर उन्हें किराये पर मिला. किराया सरकार ने तय किया है और सिर्फ वहीं नहीं हैं इस तरह के कई लोग हैं जो इतने किराये में ही रह रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका वाड्रा से संबंधित एक नया खुलासा सामने आया है. एक आरटीआइ के जवाब में यह बात सामने अाया है कि प्रियंका वाड्रा ने चौदह साल पहले वाजपेयी सरकार के कार्यकाल के दौरान पत्र लिखकर सरकारी बंगले का किराया कम करने की अपील की थी. उन्होंने लुटियन दिल्ली में 2,765.18 स्क्वायर मीटर के घर का किराया 53,421 रुपये से घटाकर 8888 करा लिया था. इसके लिए उनकी ओर से यह दलील दी गयी थी कि इतनी धनराशि का भुगतान उनकी हैसियत से बाहर है.
एक समाचार पत्र में छपी खबर के मुताबिक प्रियंका लोधी स्टेट के टाइप VI सरकारी बंगले में रहती हैंऔर इसके लिए वे हर महीने 31,300 रुपये चुकताकरती हैं. इस बारे में खुलासा एक आरटीआइ के जरिए हुआ है. नोएडा के देवाशीष भट्टाचार्य ने अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री से यह जानकारी मांगी थी. जानकारी के मुताबिक पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल, ऑल इंडिया एंटी-टेरेरिस्ट फ्रंट के नेता एमएस. बिट्टा भी इसी तरह के बंगलों में रहते हैं. इन लोगों को यह बंगले सिक्युरिटी की वजह से दियेगये हैं. माना जाता है कि गिल और बिट्टा भी उतना ही किराया देते हैं जितना प्रियंका गांधी दे रही हैं.
आरटीआइ के मुताबिक, 7 मई 2002 को सरकार को लिखे एकपत्र में प्रियंका वाड्रा ने कहा था कि 53,421 हजार रुपये हर महीने देना उनकी हैसियत के बाहर है क्योंकि यह बहुत ज्यादा है. यह भी कहा था कि उन्होंने यह बंगला एसपीजी की रिक्वेस्ट पर लिया है और इसके बड़े हिस्से पर एसपीजी ही काबिज है. प्रियंका पर 31 जनवरी 2004 को 3.76 लाख रुपये का ड्यू भी था.
बंगलों के लिए स्पेशल लाइसेंस फीस 24 जुलाई 2003 कोसंशोधित की गयी थीऔर प्रियंका के लिए उस दौरान यह 8,888 रुपये हर महीने थी. इसी लाइसेंस फीस के मुताबिक गिल के बंगले का किराया 60, 741 की जगह सिर्फ 10,715 कर दिया गया था.जबकि बिट्टा के लिए 55,536 से 10,203 और अश्विनी कुमार के लिए 50,311 से 8, 555 रुपये हर महीने किराया तय किया गया था.