नयी दिल्ली : हाल के समय में अपनी पूर्व महिला सहयोगियों के यौन उत्पीडन के आरोपों से घिरे पर्यावरणविद आर के पचौरी टेरी की संचालन परिषद की सदस्यता से हट गये हैं. इससे पूर्व मीडिया में खबर आई थी कि टेरी ने पचौरी के साथ अपनी संबद्धता समाप्त करने का फैसला किया है. हालांकि टेरी के साथ उनका अनुबंध 2017 में समाप्त होगा. खबर में कहा गया है कि संचालन परिषद ने उन्हें शेष कार्यकाल का समस्त बकाया देने का और अनुबंध को तत्काल समाप्त करने का भी फैसला किया है.
हालांकि पचौरी ने कहा कि ‘द एनर्जी एंड रिसोर्सिस इंस्टीट्यूट्स’ टेरी की संचालन परिषद के सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल 31 मार्च, 2016 को समाप्त हो गया और उन्हें लगता है कि उनके लिए आगे बढने और अन्य चीजों में शामिल होने का समय आ गया है जिन पर उन्होंने पिछले कुछ सालों में वैश्विक स्तर पर गतिविधियों के लिए विचार किया है. इस बारे में पूछे जाने पर टेरी के एक प्रवक्ता ने खबर के तथ्यों की पुष्टि नहीं की और कहा, ‘18 अप्रैल, 2016 को टेरी की संचालन परिषद की बैठक हुई. बैठक में कई फैसले लिये गये. बैठक के कार्य विवरण को फिलहाल मंजूरी का इंतजार है.’
खबर में प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, ‘टेरी की संचालन परिषद के सदस्य के रूप में डॉ पचौरी का कार्यकाल 31 मार्च 2016 को समाप्त हो गया. चूंकि कार्यकारी उपाध्यक्ष (ईवीसी) का कार्यकाल इस सदस्यता के साथ है, इसलिए ईवीसी के रूप में उनकी भूमिका परिषद की सदस्यता के साथ समाप्त हो गयी.’ पचौरी ने कहा कि वह टेरी की संचालन परिषद से हटने के बारे में जानकारी मीडिया को देने के लिए बयान जारी कर रहे हैं.
उन्होंने अपने बयान में कहा कि टेरी का स्टाफ इसकी महान पूंजी है जो नये महानिदेशक के नेतृत्व में संस्थान को आने वाले सालों में नयी उंचाइयों पर ले जाएगा. पचौरी ने कहा, ‘मुझे साढे तीन दशकों तक टेरी का नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला और संस्थान को उत्कृष्ट स्तर का बनाने में सालों तक हजारों सहयोगियों का अमूल्य योगदान मिला है.’ पचौरी ने कहा कि टेरी ने उन्हें हमेशा जो सहयोग दिया है उससे वह अत्यंत लाभान्वित हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं टेरी की संचालन परिषद से हमेशा मुझे मिले समर्थन से अत्यंत लाभान्वित रहा हूं और उनके लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगा. जो दिवंगत दरबारी सेठ के समय से शुरू होता है जो टेरी के विकास के शुरुआती सालों में मेरे प्रेरणास्रोत और नेता रहे.’ पचौरी को पिछले साल महानिदेशक के पद से हटाया गया था. उनकी एक जूनियर महिला सहयोगी ने उनके खिलाफ यौन उत्पीडन की शिकायत की थी जिसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी.
दिल्ली पुलिस ने इस साल की शुरुआत में मामले में उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया. विवाद के बावजूद संस्था की संचालन परिषद ने पचौरी के लिए कार्यकारी उपाध्यक्ष का नया पद बना दिया जिस पर लोगों की आलोचनाएं सामने आईं जिसके बाद पचौरी से छुट्टी पर जाने को कहा गया. इस साल की शुरुआत में टेरी की दो और पूर्व कर्मचारियों ने भी उन पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाया था जिनमें से एक विदेशी नागरिक है. पूर्व वित्त सचिव अशोक चावला को हाल ही में टेरी की संचालन परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.