नयीदिल्ली : लोकसभा में आज मांग उठी कि देश और खासकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आम लोगों से धोखाधड़ी करने वाले रियल एस्टेट बिल्डरों और ऐसे बिल्डरों की परियोजनाओं को प्रमोट करने वाली सिलेब्रिटीज के लिए नियम कानून बनाए जाएं. ‘अपना दल’ की अनुप्रिया पटेल ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कुछ बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों का नाम लिया और कहा कि ये लोग बड़े-बड़े सिने सिलेब्रिटीज के नामाें का इस्तेमाल करके मध्यम वर्ग को झूठे वादों में फंसाते हैं.
उन्होंने कहा कि ये कंपनियां लोगों को आवास मुहैया कराने के वादों को समय से पूरा नहीं करती हैं और परियोजनाओं को सालों तक लटकाएं रखती हैं. उन्होंने कहा कि इससे मध्यम वर्ग बहुत ही हताश और असहाय महसूस करता है. पटेल ने कहा कि ये बड़ी-बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां हमारे देश के बड़े सिलेब्रिटीज के माध्यम से अपनी परियोजनाओं के प्रति मध्यम वर्ग को लुभाती हैं.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मध्यम वर्ग आम तौर से इन सिलेब्रिटीज की साख पर भरोसा कर रियल एस्टेट कंपनियों के झांसे में आ जाता है. उन्होंने कहा कि वे इन सिलेब्रिटीज पर आरोप नहीं लगा रही हैं लेकिन यह सचाई है कि वे जाने अनजाने इन कंपनियों को प्रोत्साहित कर मध्यम वर्ग को परेशानी में डाल रहे हैं क्योंकि मध्यम वर्ग इन सिलेब्रिटीज को पूजता है और उनसे प्रभावित होकर रियल एस्टेट कंपनियों के मकड़जाल में फंस जाता है. पटेल ने कहा कि जहां इन सिलेब्रिटीज को अपनी इस भूमिका पर विचार करना चाहिए वहीं सरकार को भी इस बारे में कोई कानून बनाना चाहिए जिससे कि लोग इनके झांसों में नहीं आएं.