नयी दिल्ली : बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर गलत प्रचार किया जा रहा है. यह कहना रेल मंत्री सुरेश प्रभु का है. लोकसभा में कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए सुरेश प्रभु ने कहा रेलवे के भविष्योन्मुखी विकास के लिए बुलेट ट्रेन जरुरी है. उन्होने कहा कि इस विषय पर जानबूझकर गलत प्रचार किया जा रहा है और सार्वजनिक धन का उपयोग आम लोगों की सुविधा एवं रेल सुधार पर ही होगा.
सुरेश प्रभु ने कहा कि बुलेट ट्रेन को जापान के सहयोग से पूरा किया जा रहा है और हाई स्पीड ट्रेन तथा सामान्य गति की आम आदमी की रेलगाडियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पडेगा. उन्होंने सवाल किया कि पहले बुलेट ट्रेन परियोजना नहीं थी तब क्यों नहीं तेजी से काम हुआ. प्रभु ने कहा कि बुलेट ट्रेन आने के साथ देश में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी आएगी, जो देश के विकास में बहुत बडा योगदान देगी. रेल मंत्री ने कहा कि जापान ने 0 .। प्रतिशत की दर से रिण मुहैया कराया है तथा इससे कम ब्याज दर वाला रिण और कहीं नहीं मिल सकता है.
इस परियोजना के बारे में आशंकाओं को भी गलत बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देता हूं जिनकी निजी पहल के कारण यह संभव हो सका जबकि काफी पहले से प्रयास चल रहे थे. प्रभु ने कहा कि बुलेट ट्रेन आयेगी तब जापान से प्रौद्योगिकी भी आयेगी और सार्वजनिक धन का उपयोग जनता के लिए सुविधाओं के विकास एवं रेल सुधार पर ही खर्च किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हमें देश में रेल की सम्पूर्ण स्थिति को ठीक करने के लिए दोनों को साथ लेकर चलना होगा क्योंकि जापान से प्रौद्योगिकी आयेगी तो वह सामान्य रेल के वर्तमान नेटवर्क में सुधार के संबंध में भी होगी. प्रभु ने सदन को भरोसा दिलाया कि बुलेट ट्रेन और अन्य हाई स्पीड ट्रेनों के चलने से आम आदमी की साधारण ट्रेनों की गति प्रभावित नहीं होगी. उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन के साथ आने वाली नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से अन्य ट्रेनों की गति भी बढेगी.
उन्होंने कहा कि गति पकडने में जितनी भी बाधाएं हैं उन्हें दूर किया जाएगा और सभी श्रेणी की ट्रेनों की गति को बढाया जाएगा. रेल मंत्री ने कहा, ‘‘जापान के साथ सहयोग आम जनता की सुविधाओं के विकास और वर्तमान नेटवर्क को दुरुस्त बनाने के संदर्भ में महत्वपूर्ण है और इसका एक छोटा सा आयाम बुलेट ट्रेन है. ” कल रेल बजट पर 2016-17 के अनुदान की मांग पर चर्चा का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा था कि बुलेट ट्रेन का समझौता सिर्फ इस ट्रेन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उसके जरिए आने वाली नई प्रौद्योगिकी भारतीय रेलवे के पूरे नेटवर्क को सुधारने में बडी मददगार साबित होगी.
बुलेट ट्रेन को भारतीय रेलवे के कायाकल्प की ‘‘लंबी कूच की शुरुआत” बताते हुए उन्होंने कहा था कि नई प्रौद्योगिकी भारतीय रेलवे की शक्ल बदल देगी. भारत ने मुंबई से अहमदाबाद तक बुलेट ट्रेन चलाने के लिए जापान से एक लाख करोड रुपयों का समझौता किया है. बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जापान से केवल 13 प्रतिशत उपकरणों का आयात होगा. बाकी उपकरण और सामान मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनेंगे। यह एक अभूतपूर्व समझौता है.