नयी दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने एक नया खुलासा किया है. एक वेबसाइट की खबर का हवाला देते हुए स्वामी ने कहा कि इस मामले में कुछ पत्रकारों को भी घूस दी गयी. उन्होंने कहा कि सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को कंपनी ने 45 करोड़ रुपये दिये थे ताकि वह मीडिया को ‘मैनेज’ कर सके. आरोप है कि यह पैसा भारतीय मीडिया संस्थानों को दिया गया है ताकि इस मामले को उजागर नहीं किया जाए.
बताया जा रहा है कि वीवीआईपी अगस्ता वेस्टलैंडहेलिकॉप्टरोंका सौदा 2009 में डॉ मनमोहन सिंह सरकार के दौरान हुआ था जबकि ‘भारतीय मीडिया को मैनेज करने’ के लिए 45 करोड़ रुपयों का भुगतान जनवरी 2010 में किया गया. सुब्रमण्यन स्वामी ने वेबसाइट के हवाले से कहा है कि बिचौलिया ठहरा हुआ था वहां कई पत्रकारों को आना-जाना सामान्य बात थी. वह दिल्ली के फाइवस्टार द क्लैरिजेज़ होटल में ठहरा था.
वेबसाइट के मुताबिक अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी फिनमेकेनिका और इस डील को करवाने वाले बिचौलिये मिशेल की कंपनी ग्लोबल सर्विसेज एफजेडई के बीच मीडिया को मैनेज करने के लिए एक समझौता हुआ था. समझौते में साफ लिखा है कि मिशेल, फिनमेकेनिका को इस डील के खिलाफ छपने वाली ख़बरों की जानकारी देगा और उसे मैनेज करेगा. इतना ही नहीं मिशेल की कंपनी को ऐसी रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी गयी कि हेलीकॉप्टर डील के खिलाफ ख़बरें न प्रकाशित हो.
आपको बता दें कि भाजपा ने वीवीआईपी लोगों के लिए विशेष हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए अगस्ता वेस्टलैंड के साथ 3600 करोड़ के सौदे को लेकर संसद में हंगामा मचाया हुआ है. संसद में जोरशोर से यह मुद्दा उठा है और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी निशाने पर ले लिया गया है.