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केजी बेसिन संबंधी कैग रिपोर्ट पर कांग्रेस का रास में हंगामा, कार्यवाही बाधित

नयी दिल्ली : कैग की रिपोर्ट में गुजरात की केजी बेसिन गैस परियोजना में अनियमितताओं के बारे में संकेत किए जाने को लेकर सदन में चर्चा और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की बैठक बार बार बाधित हुई. गुजरात राज्य पेट्रोलियम कारपोरेशन की केजी बेसिन […]

नयी दिल्ली : कैग की रिपोर्ट में गुजरात की केजी बेसिन गैस परियोजना में अनियमितताओं के बारे में संकेत किए जाने को लेकर सदन में चर्चा और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की बैठक बार बार बाधित हुई. गुजरात राज्य पेट्रोलियम कारपोरेशन की केजी बेसिन गैस परियोजना में कैग की नवीनतम रिपोर्ट में अनियमितताओं का जिक्र किए जाने पर कांग्रेस के सदस्य सदन में चर्चा कराए जाने और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग कर रहे थे. सरकार की ओर से कहा गया कि कैग की रिपोर्टों पर राज्य विधानसभाओं की लोक लेखा समितियां विचार करती हैं और उन पर संसद में चर्चा किए जाने की परंपरा नहीं है.

उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि चर्चा की मांग वाले उनके नोटिसों पर सभापति विचार कर रहे हैं. बैठक शुरू होने पर आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये गये. इसी दौरान कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने केजी बेसिन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गुजरात सरकार के अंतर्गत आने वाला निकाय गुजरात राज्य पेट्रोलियम कारपोरेशन (जीएसपीसी) केजी बेसिन गैस क्षेत्र का प्रबंधन कर रहा है. उपसभापति ने टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर को सदन से बाहर निकाला.

उन्होंने आरोप लगाया कि कैग ने अपनी रिपोर्ट में इसी प्रबंधन को लेकर 30,000 करोड रुपये की अनियमितताओं का जिक्र किया है. इसी पार्टी के आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है. उन्होंने कहा ‘हम चाहते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा की जाए और स्थिति साफ हो.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वर्ष 2005 में गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने घोषणा की थी कि जीएसपीसी ने केजी बेसिन में अपने ब्लाक में 20 खरब घन फुट गैस भंडार का पता लगाया है.

कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि, लेकिन निकाले जाने योग्य भंडार केवल इसका दसवां हिस्सा ही रहा और जीएसपीसी का कर्ज 31 मार्च 2015 को बढ कर 19,716.27 करोड रुपये हो गया. कुरियन ने कहा कि अगर नोटिस दिया गया है तो सभापति उस पर विचार करेंगे. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय को उनके नोटिस पर बोलने के लिए कहा. इस पर असंतोष जाहिर करते हुए कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आ कर नारे लगाने लगे.

कुरियन ने कहा ‘आसन के सामने आना और नारेबाजी करना सही नहीं है और स्वीकार्य भी नहीं है. इससे आपको आखिर क्या हासिल होगा.’ संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राज्य विधानसभाओं की लोक लेखा समितियां कैग की रिपोर्टों पर विचार करती हैं और संसद में इन पर चर्चा नहीं की जाती. उन्होंने कांग्रेस सदस्यों पर आरोप लगाया कि वे अगस्ता वेस्टलैंड (हेलीकॉप्टर) सौदे से ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे हैं.

कुरियन ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और शून्यकाल चलने देने को कहा. लेकिन सदन में व्यवस्था न होते देख उन्होंने लगभग 11 बज कर 15 मिनट पर बैठक को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया. एक बार के स्थगन के बाद 11.30 बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा और वे आसन के समक्ष आकर प्रधानमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कुरियन ने सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और शून्यकाल चलने देने की अपील की.

उन्होंने कांग्रेस सदस्यों से कहा कि सभापति उनके नोटिस पर विचार कर रहे हैं. उधर तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने स्थानों पर खडे होकर अगस्ता वेस्टलैंड का मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे थे. हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री नकवी ने कहा कि बुधवार को सदन में अगस्तावेस्टलैंड पर चर्चा होनी है.

उन्होंने कहा कि चर्चा में दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके सदस्यों को चर्चा के लिए होमवर्क कर आना चाहिए. इस बीच भाजपा के सदस्य भी अपने स्थानों पर खडे थे. सदन में हंगामा थमते नहीं देख कुरियन ने 11 बजकर करीब 35 मिनट पर बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

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