अमेरिका ने पांच साल बाद फिर से ओसामा को मारा
नयी दिल्ली : आतंकी सरगना अलकायदा प्रमुख ओसामा को मरे हुए पांच साल हो गये, लेकिन अमेरिका ने पांच साल बाद एक बार फिर से ओसामा बिन लादेन को मार गिराया. दरअसल ओसामा को जिस अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने मार गिराया था उसी एजेंसी ने पांचवीं बरसी पर सोशल मीडिया ट्विटर पर पूरे घटनाक्रम की […]
नयी दिल्ली : आतंकी सरगना अलकायदा प्रमुख ओसामा को मरे हुए पांच साल हो गये, लेकिन अमेरिका ने पांच साल बाद एक बार फिर से ओसामा बिन लादेन को मार गिराया. दरअसल ओसामा को जिस अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने मार गिराया था उसी एजेंसी ने पांचवीं बरसी पर सोशल मीडिया ट्विटर पर पूरे घटनाक्रम की लाइव ट्वीट श्रृंखला चलाई.
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने ओसामा को मार गिराने की पांचवीं बरसी पर लाइव ट्वीट श्रृंखला चलाई. हालांकि सीआईए के इस निर्णय की कड़ी निंदा की गयी. ज्ञात हो ओसामा बिन लादेन को 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी नौसेना के सील बंद कमांडरों ने मार गिराया था.
* आखिरी सांस तक ओसामा के हाथ में था अलकायदा का कमान
इधर ओसामा बिन लादेन को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार आखिरी सांस तक ओसामा बिन लादेन अलकायदा प्रमुख बना रहा. खबर है कि पाकिस्तान में रहते हुए ओसामा ने कई वीडियो मैसेज जारी किया. पाक में अमेरिकी सैन्य कमांडरों के एक सफल कार्रवाई में ओसामा को मार गिराने के बाद प्राप्त दस्तावेज के आधार पर खुलासा किया गया है.
2011 में मारे जाने से पहले ओसामा ने किसी कंपनी के सीईओ की तरह से अलकायदा का कमान अपने हाथ में संभाल रखा था. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार पाकिस्तान में छिपे रहने के दौरान ओसामा ने कई पत्र लिखे और मीडियो मैसेज भी जारी किये.
* ओबामा ने ओसामा को मारने के अभियान के समय की स्थिति बयां की
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उस खुफिया अभियान के समय की कुछ अंदरुनी बातों को लेकर पहली बार खुलकर बोला है जिसमें अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन मारा गया था. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान किसी ने उत्साह नहीं जताया क्योंकि यह पता नहीं था कि क्या नतीजा रहने वाला है.
पाकिस्तान के ऐबटाबाद में दो मई, 2011 को चलाए गए इस अभियान के बारे में ओबामा ने सीएनएन से कहा, ‘‘यह दिलचस्प है कि किसी ने उत्साह नहीं प्रकट किया या किसी ने ताली नहीं बजाई क्योंकि हमें उस वक्त (नतीजे को लेकर) पूरी तरह यकीन नहीं था.” ओबामा ने कहा कि उन्होंने इस अभियान का फैसला किया हालांकि इसकी सफलता की संभावना 50 फीसदी थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘बिन लादेन अभियान में हमने जिस तरह के विशेष बल और खुफिया जानकारियों को एकत्र करना देखा वो ऐसे खतरे से निपटने के लिए किसी राष्ट्रपति के लिए एक विकल्प होने वाला है.” एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि ओसामा मारा जा चुका है लेकिन उसकी विचारधारा खत्म नहीं हुई है.
ओबामा ने कहा, ‘‘दुनिया अब भी खतरनाक है. कई तरह से पश्चिम एशिया अधिक अराजक स्थिति में है.” सीएनएन के अनुसार ओबामा और उनकी टीम ने कहा कि आने वाले समय में आतंकवाद विरोधी किसी योजना में साझेदार देशों को भी शामिल किया जाएगा ताकि उस राजनीतिक विरोध और आर्थिक परेशानी का निदान हो सके जो चरमपंथी समूहों के लिए जमीन तैयार करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ऐबटाबाद में चलाया गया अभियान ही बिन लादेन को मारने का सबसे अच्छा मौका था.