श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य वक्फ बोर्ड के कायाकल्प की मांग करते हुए उससे इस तरह के दूसरे धार्मिक संगठनों से प्रेरणा लेने के लिए कहा जिन्होंने अपनी संपदाओं एवं कुल जमा राशि के विवेकपूर्ण इस्तेमाल से एक व्यापक सामाजिक क्षेत्र संरचना का आधार निर्मित किया.
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महबूबा ने जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड के कायाकल्प की मांग की
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य वक्फ बोर्ड के कायाकल्प की मांग करते हुए उससे इस तरह के दूसरे धार्मिक संगठनों से प्रेरणा लेने के लिए कहा जिन्होंने अपनी संपदाओं एवं कुल जमा राशि के विवेकपूर्ण इस्तेमाल से एक व्यापक सामाजिक क्षेत्र संरचना का आधार निर्मित किया. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज […]
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज कहा कि मुख्यमंत्री ने संगठनों के दस्तावेजों पर राजस्व, व्यय एवं मानव संसाधन के ब्यौरे सहित भू संपत्ति एवं चल संपत्ति के तत्काल मानचित्रण और सूची प्रबंधन का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि महबूबा ने कल यहां जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड के निदेशक मंडल की 23वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की.
मुख्यमंत्री ने वक्फ बोर्ड से कहा कि वे राज्य में काम कर रहे इस तरह के दूसरे संगठनों से प्रेरणा लें जिन्होंने अपनी संपदाओं एवं कुल जमा राशि के विवेकपूर्ण इस्तेमाल द्वारा एक व्यापक सामाजिक क्षेत्र बुनियादी ढांचे के आधार का निर्माण किया है.
महबूबा ने कहा, ‘‘मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि हम उसी तरह की पद्धति का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते जहां हमारी अचल संपत्तियां ज्यादा लाभकारी बनें और कुल जमा राशि समाजिक बुनियादी संरचना के रुप में वापस व्यवस्था में ही डाली जाएं.” वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष मुख्यमंत्री ने संसाधनों के बेहतर प्रबंधन की वकालत करते हुए कहा कि जमा राशि के सही इस्तेमाल की जिम्मेदारी पूरी तरह बोर्ड पर है क्योंकि बडी संख्या में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पहुंचने वाले श्रद्धालु श्रद्धा की भावना के साथ योगदान देते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें काम करने की एक पारदर्शी व्यवस्था की जरुरत है जिससे सुनिश्चित होगा कि कुल जमा राशि सीधा बोर्ड की झोली में जाए ताकि वह संपत्ति या बुजुर्ग एवं जरुरतमंद लोगों के लिए वजीफे के तौर पर व्यवस्था में वापस डाली जाए .” मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर इससे जुडे सभी ब्यौरे डाले जाने चाहिए.
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