बारिश से जंगल की आग बुझाने के अभियान में बडी राहत
देहरादून : उत्तराखंड में ज्यादातर स्थानों पर कल रात भर हुई हल्की से मध्यम बारिश ने पूरे राज्य के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिये चलाये जा रहे अभियान को बहुत बडी राहत पहुंचायी है. पिछले तीन महीने से प्रदेश में लगी वनाग्नि अब तक करीब ढाई हजार हेक्टेअर बहुमूल्य वनसंपदा लीलने के […]
देहरादून : उत्तराखंड में ज्यादातर स्थानों पर कल रात भर हुई हल्की से मध्यम बारिश ने पूरे राज्य के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिये चलाये जा रहे अभियान को बहुत बडी राहत पहुंचायी है. पिछले तीन महीने से प्रदेश में लगी वनाग्नि अब तक करीब ढाई हजार हेक्टेअर बहुमूल्य वनसंपदा लीलने के साथ ही सात व्यक्तियों की जान भी ले चुकी है. मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि कल शाम पहाडों में ऊंचाई वाले स्थानों पर तथा मैदानी क्षेत्रों में रात भर हल्की से मध्यम बारिश हुई.उन्होंने बताया कि पिथौरागढ जिले के मुनस्यारी में 11 मिमी, जबकि देहरादून में सात मिमी वर्षा रिकार्ड की गयी.
सिंह ने कहा कि राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई है, हालांकि, सभी जगह से वर्षा के आंकडे इकट्ठा करने में अभी समय लगेगा. मौसम विभाग के निदेशक ने कहा, ‘प्रदेश में वनाग्नि को बुझाने के चलाये जा रहे अभियान को इस बारिश से बहुत बडी राहत मिली है और इससे जलते हुए जंगलों से उठने वाला धुंआ छंटने के साथ ही पेडों की लकडी में भी नमी आ जायेगी, जिससे वनाग्नि की ताजा घटनाओं में भी कमी आयेगी.’
प्रमुख वन संरक्षक बी पी गुप्ता द्वारा जारी किये गये ताजा आंकडों के मुताबिक, इस साल फरवरी में शुरू हुए फायर सीजन के बाद से अब तक वनाग्नि की घटनाओं में प्रदेश का कुल 3465.94 हेक्टेयर जंगल खाक हो चुका है. पौडी जिले के मटियाली रेंज में जंगलों से उठते धुंए के कारण दम घुटने से एक फायर वाचर की मौत होने से वनाग्नि की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढकर सात पहुंच गयी है.
उत्तरकाशी जिले में जंगल में आग लगने की दो फरवरी को हुई इस साल की पहली घटना में दो महिलाओं की मौत हो गयी थी, जबकि पिछले महीने नैनीताल जिले के गोलागेट में वनाग्नि के रिहायशी बस्ती को अपनी चपेट में लेने के कारण झारखंड की एक महिला और उसके छह वर्षीय पुत्र की मृत्यु हुई थी. इसके अलावा, चमोली जिले में दो मई को आग बुझाने में लगे एक पुलिस कांस्टेबल पर पहाडी से बोल्डर गिरने से मृत्यु हो गयी थी.