”लोकतंत्र बचाओ” मार्च: जब सोनिया गांधी की गिरफ्तारी के बाद उग्र हुए कांग्रेस नेता, चढें थाने की गेट पर
नयी दिल्ली : जंतर-मंतर पर कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने संसद रोड थाने में आज गिरफ्तारी दी हालांकि थोड़ी देर के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. नेताओं ने जंतर-मंतर से संसद तक मार्च के दौरान विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रतिबंधात्मक […]
नयी दिल्ली : जंतर-मंतर पर कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने संसद रोड थाने में आज गिरफ्तारी दी हालांकि थोड़ी देर के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. नेताओं ने जंतर-मंतर से संसद तक मार्च के दौरान विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन किया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.
अगस्ता घोटाला मामले में आज सड़क पर कांग्रेस का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला जब नेताओं की गिरफ्तारी के बाद थाने में कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और गेट पर चढकर उग्र प्रदर्शन किया. इस मार्च के पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया.
Congress's 'Loktantra bachao' protest march, party workers climb police barricades at Parliament street police stn pic.twitter.com/EPoCorcXxq
— ANI (@ANI) May 6, 2016
मार्च के पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार चाहे जितनी भी कोशिश कर लें लेकिन हम अपने जीते जी उनको लोकतंत्र की हत्या नहीं करने देंगे. मुझे जिंदगी ने सघर्ष करना सिखाया है. हम वो लोग हैं जिन्होंने मानवता की रक्षा के लिए अपनी जान दी है. पिछले 60-70 साल में कांग्रेस ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम किया है लेकिन दो साल में मोदी सरकार ने सबकुछ बर्बाद कर दिया. भाजपा ने झूठे सपने दिखा कर सत्ता हासिल की है. अब ये अपना लालच राज्यों में दिखा रहे हैं और राज्यों में धन-बल का उपयोग करके कांग्रेस की सरकार गिरा रहे हैं. मोदी और उनके राजनीतिक सलाहकार लोकतंत्र की महत्ता को नहीं जानते हैं.
सोनिया गांधी ने कहा कि उत्तराखंड के जंगल जल रहे हैं लेकिन सरकार न होने की वजह से वहां कुछ नहीं हो पा रहा. राष्ट्र-विरोधी ताकतों से लड़ना कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है. सब जानते हैं कि जब पानी सिर से ऊपर जाता है तो जनता पानी पिला देती है. उन्होंने कहा कि देश महंगाई की मार झेल रहा है. लोकतंत्र की चाहे ईंट से ईंट बज जाए ये लोग सबकुछ अपने चंगुल में करना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी.
सोनिया गांधी ने कहा कि खुद को सांस्कृतिक बताने वाले मोदी जी और उनके सलाहकार लोगों की परेशानी क्या जानें. विद्यार्थियों पर जुर्म हो रहे हैं, भाजपा पलक झपकते किसी को भी देशद्रोही घोषित कर देती है.
राहुल गांधी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज हिंदुस्तान में केवल दो लोगों की बात चलती है. नरेंद्र मोदी जी की और मोहन भागवत की. राहुल ने रैली में शामिल लोगों को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि मोदी जी आये थे और अच्छे दिन की बात की थी. आज देश में सूखा पड़ा है और हर दिन 50 किसान आत्महत्या कर रहे हैं. इसपर सरकार का ध्यान नहीं हैं. इसपर मोदी जी कुछ नहीं बोलते हैं. आज जो भी मोदी जी और भाजपा के खिलाफ बोलता उसके खिलाफ गलत आरोप लगाये जाते हैं. उन्हें फंसाने का प्रयास किया जाता है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पर कई लोगों ने हमले किए, लेकिन वे नाकाम रहे. कांग्रेस एक बहती हुई नदी है, इस प्रकार के आरोपों से हमपर कोई असर नहीं पड़ेगा. लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस हमेशा बलिदान के लिए तैयार रहता है. हमारी पार्टी का हर कदम लोकतंत्र के हित में होता है.
कांग्रेस का पैदल मार्च अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में हुआ जिसमें कांग्रेस के सांसद सहित कई नेता हिस्सा लिया. मार्च के मद्देनजर पार्टी ने कई इंदिरा गांधी पंडित नेहरु जैसे नेताओं के कटआउट रास्ते में लगाए हैं. मार्च की खास बात यह है कि यहां जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ रॉबर्ट वाड्रा भी दिखाइ दे रहे हैं.कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा कांग्रेस शासित राज्यों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. इतना ही सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय भी कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं. कांग्रेस नेता कमल नाथ ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और भाजपा इस मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.