गोयल ने ‘भ्रष्ट” द्रमुक, अन्नाद्रमुक पर तमिलनाडु में बिजली क्षेत्र में नुकसान के लिए दोषारोपण किया
चेन्नई : केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने ‘भ्रष्ट’ द्रमुक और अन्नाद्रमुक और उनकी पार्टी नीत सरकारों को तमिलनाडु में बिजली क्षेत्र में नुकसानों के लिए जिम्मेदार ठहराया. गोयल ने द्रमुक और अन्नाद्रमुक पर अपने-अपने शासनकाल में राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘पिछले कई वर्षों से तमिलनाडु ने सिर्फ भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार […]
चेन्नई : केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने ‘भ्रष्ट’ द्रमुक और अन्नाद्रमुक और उनकी पार्टी नीत सरकारों को तमिलनाडु में बिजली क्षेत्र में नुकसानों के लिए जिम्मेदार ठहराया.
गोयल ने द्रमुक और अन्नाद्रमुक पर अपने-अपने शासनकाल में राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘पिछले कई वर्षों से तमिलनाडु ने सिर्फ भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार देखा है. दोनों के बीच निचले स्तर के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही है मानो वे भ्रष्टाचार में सर्टिफिकेट के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.” सबको 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने के अन्नाद्रमुक के चुनावी वादे पर उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य में मुफ्त बिजली कोई बिजली नहीं रहेगी . ” गोयल ने पहले यह कहकर हंगामा खडा कर दिया था कि मुख्यमंत्री जयललिता तक लोगों की पहुंच नहीं है. उन्होंने द्रमुक अध्यक्ष एम करणानिधि के खिलाफ भी उसी तरह का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियां ऐसे नेताओं द्वारा चलाई जा रही हैं जिनका जनता के साथ कोई जुडाव नहीं है.
इस संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए गोयल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उनसे :करणानिधि: नहीं मिला हूं क्योंकि वह सरकार में नहीं है. लेकिन मुझे संदेह है कि उन तक भी पहुंच का वही हाल होगा जैसे जयललिता के मामले में है. मैं किसी को भी, मीडिया को भी चुनौती दूंगा—क्या किसी की मुख्यमंत्री या विपक्ष के नेता :करुणानिधि: तक पहुंच है.” गोयल ने कहा, ‘‘क्या आप उनसे मिल सकते हैं.
आप नहीं मिल सकते. मैं नहीं मानता कि आप मिल सकते हैं. ये दोनों पार्टियां वैसे नेताओं द्वारा संचालित हैं जिनका राज्य की जनता के साथ जुडाव नहीं है.” उन्होंने कहा कि जयललिता तक लोगों की पहुंच नहीं है इस बारे में नई दिल्ली में दिया गया उनका बयान ‘निष्कपट’ था क्योंकि मैंने महसूस किया कि इसने दुखती रग को छू दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जिसके नेता लोगों के लिए उपलब्ध हैं और दावा किया कि वे लोगों की शिकायतों का ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से निराकरण करेंगे.