नयी दिल्ली : पिछले दिनों से चले आ रहे पीएम के डिग्री विवाद को लेकर आज भाजपा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया जिसको संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पीएम के डिग्री पर सवाल उठाना यह दर्शाता है कि राजनीति का स्तर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कितना गिरा दिया है. शाह ने प्रधानमंत्री की डिग्री सार्वजनिक करते हुए जानकारी दी कि नरेंद्र मोदी ने बीए की डिग्री डीयू से ली जबकि एमए की डिग्री गुजरात विश्वविद्यालय से ली.
अमित शाह ने कहा कि बहुत दुखद है कि पीएम मोदी की डिग्री पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ रही है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मोदी जी की डिग्री पर भ्रम फैला रहे हैं. अमित शाह ने केजरीवाल पर नि शाना साधते हुए कहा कि किस सूचना पर केजरीवाल ने चिठ्ठी लिखी? उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए.
अमित शाह ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि डिग्री को लेकर कांग्रेस और जदयू ने भी बहती गंगा में हाथ धोने का काम किया है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि अभी संसद में बहुत कुछ सत्यापित करना बाकी है.
We are putting both PM's degrees (Bachelor of Arts from DU & MA from Gujarat university) in public domain-Amit Shah pic.twitter.com/DGNQ5hBLF4
— ANI (@ANI) May 9, 2016
अमित शाह ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में इतना बड़ा आरोप लगाना वो भी झूठा आरोप इसके लिए केजरीवाल को देश-दुनिया से माफी मांगनी चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षा देने के लिए 70 के दशक में नरेंद्र मोदी देश की राजधानी आते थे और यहां उनका आश्रय होता था संघ का कार्यालय.
जेटली ने कहा कि 1970 के दशक मध्य में इमरजेंसी के समय मैं एबीवीपी का सक्रिय सदस्य था. उस समय जितने भी सक्रिय राजनीति कार्यकर्ता थे और पत्रकार थे वे सभी एबीवीपी के कार्यालय में ठहरते थे. इमरजेंसी के बाद पीएम जब गुजरात से यहां परीक्षा देने आते थे. तब उन्होंने 1978 में बाहरी छात्र के तौर पर बीए की पढाई पूरी की. दिल्ली में नरेश गौर जी के साथ वह यहां ठहरते थे.
आपको बता दें कि केजरीवाल ने पीएम मोदी की डिग्री के संबंध में केंद्रीय सूचना आयोग को एक पत्र लिखा था जिसके बाद से यह बवाल शुरू हुआ था.