PM MODI की डिग्री पर विवाद: तो ऐसे ”AAP” ने ”शाह” को बताया झूठा
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री के डिग्री विवाद को लेकर आज भाजपा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया जिसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पीएम के डिग्री पर सवाल उठाना यह दर्शाता है कि राजनीति का स्तर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कितना गिरा दिया है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री के डिग्री विवाद को लेकर आज भाजपा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया जिसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पीएम के डिग्री पर सवाल उठाना यह दर्शाता है कि राजनीति का स्तर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कितना गिरा दिया है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह और भाजपा नेता अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला किया जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने कहा कि अमित शाह कोई राजा हरिश्चन्द्र नहीं है कि जो वह जो कहेंगे, वह सच है. आज अमित शाह ने जो डिग्री दिखाई है, वह फर्जी है.
The name on mark-sheet is Narendra Kumar Damodar Das Modi, where as on degree it is Narendra Damodar Das Modi.
It means, degree is fake.
— AAP (@AamAadmiParty) May 9, 2016
AAP PC LIVE:
Biggest Expose – Mark sheet shows 1977, and Degree shows year as 1978. How is this possible?— AAP (@AamAadmiParty) May 9, 2016
आम आदमी पार्टी ने अपने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि आज अमित शाह ने बड़े तेवर के साथ पीएम मोदी की डिग्री दिखाई लेकिन हम जानते हैं कि उनका इतिहास क्या है और उन्हें तड़ीपार क्यों किया गया था. प्रेस कॉफ्रेंस में पार्टी नेता आशुतोष ने कहा कि दोनों डिग्री में अलग-अलग नाम हैं. बीए की डिग्री में पीएम का नाम नरेंद्र कुमार दामोदरदास मोदी जबकि एमए में नरेंद्र दामोदरदास मोदी लिखा है. नाम बदलने के लिए कानूनी प्रकिया होती है. अमित शाह जी जरा वो कागजात भी दिखाए जो नाम बदलने के लिए उन्होंने बनवायें थे.
#12thPassModi
बड़ी बात, 1977 की मार्कशीट है, 1978 की डिग्री, ये क्या झोल झमेला है? ये डिग्री फर्जी है|
कभी ऐसा हुआ है?
साफ़ साफ़ नकली है!— AAP (@AamAadmiParty) May 9, 2016
आशुतोष ने यह भी कहा कि जब नाम में बदलाव होता है, तो एफिडेविट देकर नाम बदलना होता है! वो एफिडेविट कहां है? साफ़ साफ़ फ़र्ज़ी डिग्री है.उन्होंने कहा कि बीए की मार्कसीट 1977 की लेकिन डिग्री 1978 की है.आशुतोष ने कहा कि पीएम मोदी की फर्जी डिग्री दिखाने के लिए अमित शाह और अरुण जेटली माफी मांगें.देश को बेवकूफ बनाने की कोशिश न करें, बीए और एमए की डिग्री न होना कोई अपराध नहीं है लेकिन गलत जानकारी देना अपराध है.
भाजपा ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस नरेंश गौड़ का नाम लिया उन्होंने मीडिया से कहा कि 1974 में नरेंद्र मोदी दिल्ली में परीक्षा देने आए थे. केजरीवाल झूठा भ्रम लोगों के बीच फैला रहे हैं.आपको बता दें कि शाह ने प्रधानमंत्री की डिग्री सार्वजनिक करते हुए जानकारी दी कि नरेंद्र मोदी ने बीए की डिग्री डीयू से ली जबकि एमए की डिग्री गुजरात विश्वविद्यालय से ली.