बिहार में नक्सल विरोधी अभियान में तैनात किये विशेष कमांडो
नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बिहार को नक्सल हिंसा पर लगाम लगाने में विफलता के कारण आड़े हाथ लिये जाने की पृष्ठभूमि में सीआरपीएफ ने अपनी विशेष कोबरा बटालियन के करीब 200 कमांडो को राज्य में तैनात किया है ताकि इसकी मारक क्षमता बढ़ सके. नक्सल विरोधी युद्धकला में प्रशिक्षित कमांडो अब न केवल […]
नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बिहार को नक्सल हिंसा पर लगाम लगाने में विफलता के कारण आड़े हाथ लिये जाने की पृष्ठभूमि में सीआरपीएफ ने अपनी विशेष कोबरा बटालियन के करीब 200 कमांडो को राज्य में तैनात किया है ताकि इसकी मारक क्षमता बढ़ सके.
नक्सल विरोधी युद्धकला में प्रशिक्षित कमांडो अब न केवल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वहां पहले से तैनात 5000 सिपाहियों को सहयोग देंगे बल्कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं पर आधारित हमला करेंगे.
सूत्रों ने बताया कि कमांडो बटालियन फार रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) की 207वीं बटालियन की यूनिटों को जमुई में रखा गया है. उन्हें पश्चिम बंगाल से लाया गया है जहां नक्सल स्थिति अब नियंत्रण में है.कोबरा नियमित सीआरपीएफ यूनिटों को काफी आवश्यक खुफिया सूचना देंगे. इन यूनिटों की शिकायत रही है कि उन्हें ये महत्वपूर्ण सूचना राज्य पुलिस से नहीं मिल रही हैं.
सीआरपीएफ और बिहार पुलिस के बीच समस्या उस समय से चल रही है जब पुलिस ने अर्धसैनिक बल के सहायक कमांडेंट रैंक के एक अधिकारी को कथित रुप से नक्सलियों को सूचना पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया.