आप सरकार अपनी शैली की ही शिकार हो रही है : जेटली

नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के शासन के गैर पारंपरिक तरीके की आलोचना करते हुए भाजपा ने आज कहा कि सार्थक शासन के बिना प्रचार सिर्फ छलावा है और यह जारी रहने पर लोगों के उपहास और नाराजगी का शिकार बनेगा.राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि जहां तक शासन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2014 11:13 PM

नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के शासन के गैर पारंपरिक तरीके की आलोचना करते हुए भाजपा ने आज कहा कि सार्थक शासन के बिना प्रचार सिर्फ छलावा है और यह जारी रहने पर लोगों के उपहास और नाराजगी का शिकार बनेगा.राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि जहां तक शासन की बात है तो आप ने तथ्य को शैली से भ्रमित किया है.

जेटली ने कहा कि आप की गैर पारंपरिक शैली सार्थक शासन का विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि सार्थक शासन के बिना शासन की शैली के संबंध में प्रचार सिर्फ छलावा है. उन्होंने कहा कि जवाबदेह शासन का स्थायी असर होता है और दिखावा हमेशा अल्पकालिक होता है. भाजपा नेता ने एक आलेख में कहा कि तथ्य के बिना सिर्फ छलावे से लोगों में उपहास और नाराजगी पैदा होगी. उन्होंने कहा कि आप सरकार अपनी शैली का ही शिकार हो रही है और वह जितनी जल्दी इसे महसूस कर ले, उसे अपनी गलतियों को सुधारने का मौका मिलेगा.

उन्होंने कहा कि आप सरकार के पास उस भरोसा का सम्मान करने का ऐतिहासिक मौका है जो दिल्ली के मतदाताओं ने उस पर जताया है. उन्होंने हालांकि आगाह किया कि मतदाता अपने विकल्पों का चयन करने में निर्मम होते हैं. जेटली ने कहा कि मतदाता किसी सरकार के लिए मतदान करते हैं और यदि वह असफल रही तो वह उसके प्रति अपनी गुस्सा का भी इजहार कर देते हैं.

जेटली ने कहा कि शासन में नीति निर्माण और उनका कार्यान्वयन शामिल होता है. उन्होंने कहा कि नीतियां ठोस होनी चाहिए और स्थापित सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए जबकि उनका कार्यान्वयन ईमानदार और पारदर्शक तरीके से होना चाहिए. उन्होंने कहा कि गंभीर शासन के लिए सकारात्मक प्रचार बुद्धिमत्तापूर्ण राजनीति और अच्छे शासन का हिस्सा हो सकता है लेकिन शासन के बिना प्रचार छिलावा है.

जेटली ने कहा कि दिल्ली में दो चुनौतियां हैं.. वंचित तबकों की चिंताएं जो मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं और दूसरा वैश्विक शहर बनने की इसकी आकांक्षा. भाजपा टिप्पणी ऐसे समय आयी है जबकि जेटली अपनी पार्टी से आप की कामयाबी से सबक लेने और भारत के भविष्य के बारे में अपने विचार के साथ लोगों तक पहुंचने को कह चुके हैं.

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