नयी दिल्ली : गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी आनंद जोशी घर छोड़कर कहीं चले गए हैं. यह बात उनके परिवारवालों ने आज बताई. परिवार का कहना है कि आज सुबह वह एक पत्र छोड़कर कहीं चले गए हैं. इस पत्र में आनंद जोशी ने लिखा है कि मैं बहुत ही मानसिक उत्पीड़न से गुजर रहा था, मुझे शांति चाहिए, जो कि यहां रहकर पाना मुमकिन नहीं है, मैं घर छोड़कर जा रहा हूं. जोशी ने अपनी पीड़ा पत्र में बयान करते हुए कहा कि आजतक मैंने देश की पूरी ईमानदारी और देशभक्ति के साथ सेवा की, मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि इस तरह की घटना मेरे साथ जीवन में होगी. मैंने देशभक्ति के काम करके शायद बहुत दुश्मन बना लिए हैं जिसका परिणाम आज सबके सामने है.
आपको बता दें कि मंगलवार कोसीबीआइने आनंद के घर पर छापा मारा था और उन्हें पूछताछ के लिए भी अपने साथ ले गयी थी. आनंद को आज फिर पूछताछ के लिएसीबीआइके दफ्तर जाना था लेकिन वे आज एक पत्र लिखकर घर छोड़ गए.
जोशी पर ये हैं आरोप
जोशी पर आरोप है कि वे विदेशी चंदा नियमन कानून यानी एफसीआरए के मामलों से मिली जानकारियों का इस्तेमाल एनजीओ को ब्लैकमेल करने के लिए किया करते थे. इसके अलावा एनजीओ को एफसीआरए की मंजूरी दिलाने के लिए फाइलों में हेराफेरी करने का भी आरोप उनपर है. सीबीआई का कहना है गृह मंत्रालय से ही वसूली का धंधा चल रहा था और इस धंधे को इस बिल्डिंग से जोशी ही नियंत्रित कर रहे थे. सीबीआई के अनुसार आनंद जोशी कई एनजीओ को एफसीआरए को नोटिस जारी कर उनसे पैसे वसूल किया करते थे. गृह मंत्रालय ने यह मामला सीबीआइ को तब दिया जब तीस्ता सीतलवाड के एनजीओ सबरंग के मसले से ताल्लुक रखने वाली फ़ाइलों का पता नहीं चल पा रहा था. बाद में फाइलें मिल भी गयीं. जोशी के घर से 7.5 लाख रुपये के अलावा गृह मंत्रालय और आइबी की फ़ाइलें मिली हैं जिन्हें घर ले जाने की मनाही रहती थी. नियमों के अनुसार संयुक्त आयुक्त और उसके ऊपर के अफसर को ही फ़ाइलें घर ले जाने का अधिकार है.
क्या कहासीबीआइने
सीबीआइ का कहना है कि हमने कभी जोशी को प्रताड़ित करने का काम नहीं किया है. उन्हें आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था. वहीं आनंद जोशी ने मंगलवार को दावा किया कि उनके एक सीनियर ने फोर्ड फाउंडेशन समेत कुछ संगठनों को क्लीन चिट देने के लिए उन पर दबाव डा
ला था लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया. जोशी ने यह भी दावा किया कि सीबीआई को उनके पास से कुछ नहीं मिला. उन्होंने किसी भी फाइल को घर ले जाने की बात से भी इनकार किया है.