अचानक आज सुबह हाजी अली पहुंचीं तृप्ति देसाई, माथा टेका

मुंबई : गुरुवार की सुबह मुंबई के हाजी अली दरगाह में सुरक्षा के काफी इंतजाम थे. किसी को कुछ समझ आता इसी बीच भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई वहां पहुंची और कड़ी सुरक्षा के बीच मुंबई के हाजी अली दरगाह में माथा टेका लेकिन वह मजार तक नहीं जा पाईं. तृप्ति देसाई ने ऐसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2016 8:20 AM

मुंबई : गुरुवार की सुबह मुंबई के हाजी अली दरगाह में सुरक्षा के काफी इंतजाम थे. किसी को कुछ समझ आता इसी बीच भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई वहां पहुंची और कड़ी सुरक्षा के बीच मुंबई के हाजी अली दरगाह में माथा टेका लेकिन वह मजार तक नहीं जा पाईं. तृप्ति देसाई ने ऐसा करने का प्रयास कुछ दिन पहले भी किया था लेकिन कुछ धार्मिक संगठनों के विरोध के बाद उन्हें अपने कदम को पीछे खींचना पड़ा था. आज दरगाह में माथा टेककर वह काफी खुश हैं और दरगाह से निकलने के बाद देसाई ने कहा कि उन्होंने हाजी अली दरगाह में प्रवेश किया. वह वहां तक गईं जहां तक महिलाओं को जाने और इबादत करने की अनुमति है.

तृप्ति देसाई ने कहा कि उन्होंने दरगाह के अंदर तक महिलाओं के जाने के लिए मन्नत मांगी. साथ ही उन्होंने एक बार फिर कहा कि अगर दरगाह ट्रस्ट 15 दिनों के अंदर महिलाओं को वहां तक जाने की इजाजत नहीं देता है जहां तक पुरुष जाते हैं, तो विरोध प्रदर्शन का दौर उनके संगठन के द्वारा शुरू कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि तृप्ति देसाई ने शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिलाने में सफल रहीं हैं जिसके बाद वह महिलाओं को इबादत का समान हक दिलाने के लिए हाजी अली दरगाह में प्रवेश की मांग कर रही हैं. इससे पहले तृप्ति ने इस मामले में बॉलीवुड के तीन सितारों सलमान खान, आमिर खान और शाहरुख खान से भी अपील करके कहा था कि वे मामले में अपना रुख साफ करें.

उल्लेखनीय है कि पीर हाजी अली शाह बुखारी की याद में मुंबई के वरली समुद्र तट पर एक छोटे से टापू पर हाजी अली दरगाह है जहां देश दुनिया से मुस्लिम और बड़ी संख्या में हिन्दू श्रद्धालु यहां जियारत करने और मन्नत मांगने आते हैं. 1431 में सूफी संत की याद में इस दरगाह की स्थापना की गई थी जो 4500 वर्ग मीटर में फैला है. यहां 85 फीट ऊंची मीनार है. दरगाह में 2011 से महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है.

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