अब गुजरात में कांग्रेस ने अगड़ी जाति के गरीबों को 20% आरक्षण का वादा किया
अहमदाबाद: अगड़ी जाति के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दस फीसदी आरक्षण देने के गुजरात सरकार के निर्णय को लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए महज ‘‘लॉलीपॉप” करार देते हुए कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने आज कहा कि अगले वर्ष अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो पार्टी ईबीसी को 20 […]
अहमदाबाद: अगड़ी जाति के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दस फीसदी आरक्षण देने के गुजरात सरकार के निर्णय को लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए महज ‘‘लॉलीपॉप” करार देते हुए कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने आज कहा कि अगले वर्ष अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो पार्टी ईबीसी को 20 फीसदी आरक्षण देगी. वाघेला का वादा हार्दिक पटेल द्वारा उनको लिखी गई चिट्ठी के एक दिन बाद आया है जिसमें हार्दिक ने ईबीसी आरक्षण के बारे में उनसे ठोस आश्वासन देने की मांग की थी.
पिछले महीने भाजपा की घोषणा के बाद कांग्रेस ने मांग की थी कि आनंदीबेन पटेल नीत सरकार आरक्षण को दोगुना करे और आय सीमा को छह लाख रुपये से बढाकर 12 लाख रुपये करे. कांग्रेस की यह मांग प्रभावशाली पटेल समुदाय के सदस्यों द्वारा ओबीसी का दर्जा मांगने के लिए लंबे समय से चल रहे आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में आई है.राज्य में विपक्ष के नेता वाघेला ने कहा, ‘‘कांग्रेस हमेशा से ईबीसी आरक्षण के पक्ष में रही है, पटेल आंदोलन शुरू होने के पहले से हमारा मानना है कि दस फीसदी ईबीसी आरक्षण पर्याप्त नहीं है. यह महज लॉलीपॉप है.
आय सीमा को छह लाख रुपये से बढाकर 12 लाख रुपये किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक संख्या में जरुरतमंद लोगों को फायदा मिल सके.” उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अगर गुजरात में सत्ता में आती है तो सौ दिनों के अंदर हम ईबीसी को 20 फीसदी आरक्षण देंगे.” कांग्रेस 1995 से ही गुजरात में सत्ता से बाहर है जहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं.पटेल आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक ने कल वाघेला को पत्र लिखकर पूछा कि क्या कांग्रेस 20 फीसदी ईबीसी आरक्षण और आय सीमा में बढोतरी को लेकर गंभीर है.