नयी दिल्ली: वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे की स्वदेश रवानगी के साथ भले ही अमेरिका इस प्रकरण के खत्म होने की उम्मीद कर रहा हो, लेकिन भारत ने आज संकेत दिया कि वह रिश्तों के मामले में विगत के ‘‘अपने अनुभवों’’ के आधार पर आगे बढेगा.
भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह देवयानी के खिलाफ वीजा धोखाधड़ी के आरोप हटाने पर जोर देना जारी रखेगा. देवयानी को न्यूयार्क में 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें जूरी ने अभ्यारोपित किया. अभ्यारोपण के फौरन बाद अमेरिका ने देवयानी से स्वदेश छोड़ने को कह दिया था हालांकि उसने भारतीय राजनयिक को पूर्ण राजनयिक छूट भी प्रदान कर दी थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां कहा, ‘‘हम जैसी स्थिति होगी उसके अनुसार चलेंगे क्योंकि आगे और पीछे देखना महत्वपूर्ण है. भारत एवं अमेरिका के रिश्ते एक मुद्दे पर नहीं टिके हैं. कई सारे मुद्दों पर हम आपस में बातचीत कर रहे हैं. हम पूर्व में अपने अनुभवों की सतर्कता से समीक्षा करने के बाद इस मामले को लेंगे और हम अपने बीच व्यापक संबंधों पर आगे बढ़ेंगे.’’
देवयानी के अमेरिका से रवाना होने के बाद वाशिंगटन में संवाददाताओं से बात करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा था, ‘‘यह निश्चित तौर पर भारत अमेरिका संबंधों में एक चुनौतीपूर्ण समय है. हमें आशा एवं उम्मीद है कि इससे अब पटाक्षेप (मामले का) हो जायेगा तथा भारतीय अब हमारे साथ अपने संबंध बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठायेंगे और इन्हें अधिक सार्थक स्थान पर वापस ले जायेंगे.’’