8 Years of Modi Govt: नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सरकार के 8 साल में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद गरीबों के उत्थान के लिए काम किये गये. कोरोना संकट (Corona Crisis) और रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) जैसी परिस्थितियों के बीच नरेंद्र मोदी की सरकार ने 12 फीसदी लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला. ये बातें भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को कहीं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री नड्डा (Jagat Prakash Nadda) ने कहा कि मोदी सरकार सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण के लिए समर्पित सरकार है. आज हर आम आदमी महसूस करता है कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’. यानी कठिन से कठिन काम मोदी सरकार ही कर सकती है. उन्होंने कोरोना संकट से उबरने में टीकाकरण अभियान से लेकर यूक्रेन में फंसे लोगों की सुरक्षित भारत वापसी तक का जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने शासन की संस्कृति को ही बदल दिया. उन्होंने कहा कि जातिवाद, वंशवाद, परिवारवाद, भ्रष्टाचार को धता बताते हुए आगे से लड़ाई लड़ने की मानसिकता के साथ पीएम मोदी ने काम किया है. सर्वसमावेशी विकासवाद की अविरल यात्रा का प्रारंभ किया है. उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, शोषित, पीड़ित, दलित, समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी इस सरकार ने सशक्त बनाया है.
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श्री नड्डा ने कहा कि कोरोना की मार के बाद और यूक्रेन की लड़ाई के बाद इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) ने भारत की गरीबी रेखा के नीचे बसर करने वाली आबादी को 22 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी पर ला खड़ा किया है. यानी 12 फीसदी लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गये हैं. यह कोई छोटी-मोटी उपलब्धि नहीं है. उन्होंने कहा कि अति गरीब की संख्या भी घटी है. श्री नड्डा ने कहा कि कोरोना और यूक्रेन संकट के बीच मोदी सरकार ने अभूतपूर्व काम किये.