चेन्नई/तिरुवनंतपुरम/पुडुचेरी : तमिलनाडु में सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक जारी रहा. वोटिंग में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया: शाम पांच बजे तक तमिलनाडु में 69.19% प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि केरल में शाम छह बजे तक 71 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं, पुड्डुचेरी में शाम पांच बजे तक तक 81.94 प्रतिशत वोटिंग हुई है. तमिलनाडु में कुल 234 सीटों में से 232 सीटों पर आज मतदान कराया गया. दो बचे सीटों पर 23 मई को मतदान होगा.
*पुडुचेरीमें शाम 4 बजे तक 71.08 प्रतिशत मतदान
केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में शाम करीब 4 बजे तक 71.08 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि सुबह 11:30 बजे तक महज 30 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस केंद्र शासित प्रदेश में पुदुचेरी के अलावा आंध्र प्रदेश के यनम में इसके एनक्लेव और माहे व करईकाल शामिल हैं. यहां 9.41 लाख मतदाता हैं जिसमें से 4.94 लाख महिलाएं हैं.
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि पुदुचेरी में 72.21 प्रतिशत मतदान, करईकाल में 65.49 प्रतिशत, माहे में 64.83 प्रतिशत और यनम में 77.63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. पुदुचेरी में बारिश से मतदान प्रभावित नहीं हुआ. इस प्रदेश में 30 विधानसभा सीटों के लिए 96 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित 344 उम्मीदवार खड़ै हैं.
तमिलनाडु में 232 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे मतदान में आज सुबह नौ बजे तक 18 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. एक वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, 18.3 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को रिश्वत दिये जाने के आरोपों के मद्देनजर अरावकुरिची और तंजौर में मतदान टाल दिया है. निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद, अब 234 विधानसभा क्षेत्रों में से 232 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है.
अरावकुरिची और तंजौर में मतदान 23 मई को होगा और मतगणना 25 मई को होगी. शेष 232 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 19 मई को होगी. तमिलनाडु में कुमारी जयललिता के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक और करुणानिधि के नेतृत्व वाले डीएम के बीच मुख्य मुकाबला है. आज के मतदान में मुख्यमंत्री जे जयललिता और द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि समेत 3700 से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. करीब 65000 मतदान केंद्रों पर करीब 5.50 करोड मतदाताओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें खोली गईं ताकि वे मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए एक लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. तमिलनाडु के 32 जिलों में 234 विधानसभा सीटें हैं लेकिन मतदान केवल 232 सीटों के लिए हो रहा है क्योंकि चुनाव आयोग ने मतदाताओं के बीच धन बांटे जाने की शिकायतों के बाद अरावाकुरिची और तंजावुर विधानसभा सीटों के लिए मतदान टालने का निर्णय लिया है. इन सीटों के लिए 23 मई को मतदान होगा. इन चुनावों में जयललिता (आरके नगर) और करुणानिधि (तिरवरुर) के अलावा डीएमडीके के संस्थापक विजयकांत और पीएमके के अंबुमणि रामदौस, एम के स्टालिन (द्रमुक), भाजपा के टी सुंदरराजन और एच राजा समेत कई नेताओं के चुनावी भविष्य का फैसला होगा. 21780 अद्धसैन्य कर्मियों समेत कुल 1,11,958 पुलिस कर्मियों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया गया है.
केरल में 140 सीटों पर मतदान
केरल में भी आज मतदान निर्धारित समय सुबह 7 बजे से शुरू हुआ. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार देखने को मिली. यहां मुख्य मुकाबला सीपीएम के नेतृत्व वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (वीडीएफ) के बीच है. यहां पर भाजपा नीत एनडीए भी अपना किस्मत आजमा रही है. केरल की 140 सदस्यीय विधानसभा में प्रतिनिधियों के निर्वाचन के लिए 21,498 मतदान केंद्रों पर आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया. राज्य के कुल 2.61 करोड मतदाता चुनावी दौड में शामिल 1203 उम्मीदवारों में से अपने प्रतिनिधियों का चयन करेंगे. इनमें 109 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. चुनाव लड रहे लोगों में मुख्यमंत्री ओमन चांडी, गृहमंत्री रमेश चेन्नीतला, आईयूएमएल के नेता एवं उद्योग मंत्री पी के कुन्हलीकुट्टी, केरल कांग्रेस (मणि) के प्रमुख एवं पूर्व वित्त मंत्री के एम मणि, 93 वर्षीय वी एस अच्युतानंदन, माकपा नेता और पोलितब्यूरो के सदस्य पिनरई विजयन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन और क्रिकेटर से नेता बने श्रीसंत शामिल हैं.
पुडुचेरी में 30 विधानसभा सदस्यों के लिए मतदान
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा के 30 सदस्यों के चयन के लिए आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया. मतदाता निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जारी मतदाता पर्चियों के साथ चुनाव फोटो पहचान पत्र लेकर मतदान केंद्रों पर आए. पुडुचरेर, कराईकल, माहे और यनम में 30 सीटों के लिए 4.94 लाख महिलाओं समेत 9.41 लाख मतदाता 96 निर्दलीय उम्मीदवारों समेत 344 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और डीएमके बनाम एआईएनआरसी और अन्नाद्रमुक के बीच है. यहां त्रीकोणीय मुकाबले का अंदेशा है.
इस चुनाव में मुख्यमंत्री एवं एआईएनआरसी संस्थापक एन रंगासामी, विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वी वैतिलिंगम (कांग्रेस), पीसीसी नेता ए नमाशिवायम और पुडुचेरी विधानसभा के अध्यक्ष वी सबापति समेत कई महत्वपूर्ण उम्मीदवार मैदान में है. रंगासामी की कैबिनेट में उनके चार सहयोगी पी आर शिवा, टी त्यागराजन, पी राजावेलु और एन जी पन्नीरसेल्वम एआईएनआरसी उम्मीदवार के तौर पर अपनी सीट बचाने के लिए लड रहे हैं. रंगासामी की कैबिनेट में उनके एक अन्य सहयोगी एम चंद्रकासु ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से चुनाव नहीं लडने का फैसला किया है. उनकी बेटी चंद्रप्रियंका एआईएनआरसी उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने रिकार्ड मतदान का किया आग्रह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लोगों से विधानसभा चुनावों में ‘रिकॉर्ड मतदान’ करने का आग्रह किया. मोदी ने आज सुबह ट्वीट किया, ‘तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के सभी मतदाताओं से आज रिकॉर्ड मतदान करने और लोकतंत्र के इस पर्व का हिस्सा बनने का आग्रह करता हूं.’ तमिलनाडु में आज 232, केरल में 140 और पुडुचेरी में 30 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. भाजपा के लिए इन राज्यों में अभी कोई महत्वपूर्ण प्रभाव दिखाना बाकी है. उसने इस बार, खासकर तमिलनाडु और केरल में अच्छे प्रदर्शन के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
19 मई को होगी मतगणना
तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में मतगणना 19 मई को होगी. पश्चिम बंगाल और असम समेत इन राज्यों में पिछले दो महीने से प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार गर्मी में चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे. इन विधानसभा चुनावों को मिनी आम चुनाव माना जा रहा है. बीजेपी तमिलनाडु और केरल में पदार्पण करने में जुटी है. जबकि तमिलनाडु में अब तक सत्ता क्रम से अन्नाद्रमुक और द्रमुक के बीच तथा केरल में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और सीपीएम नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के बीच ही आती जाती रही है.
सुरक्षा चाक चौबंद
मतदान के निर्बाध संचालन के लिए कम से कम 52 हजार पुलिसकर्मियों को पूरे केरल में तैनात किया गया है. 3176 मतदान केंद्रों की पहचान ‘संवेदनशील, अतिसंवेदनशील और अत्यधिक संवेदनशील’ केंद्रों के रूप में की गई है. इनमें चार जिलों के 119 नक्सल प्रभावित इलाके भी आते हैं. राज्य के 140 विधानसभा क्षेत्रों में 21,498 नियमित मतदान केंद्र हैं और 148 अतिरिक्त मतदान केंद्र हैं. दो माह तक चले चुनाव प्रचार में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ में तीखी तकरार देखी गई. भाजपा और राजग का गठबंधन भी इस बार राज्य में पहली बार सीटें जीतने पर अपनी निगाहें जमाये हुए हैं.